गाजियाबाद: अफगानिस्तान के काबुल में भारतीय दूतावास की सुरक्षा में तैनात किए गए तीन खोजी कुत्तों, जिनके नाम माया, रूबी और बॉबी हैं, उन्हें भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के 99 जवानों के साथ मंगलवार को भारतीय वायु सेना ने वहां से निकाला। आईटीबीपी के 99 कमांडो की टुकड़ी के साथ 3 कुत्ते ईंधन भरने के लिए जामनगर एयरबेस पर कुछ देर रुकने के बाद गाजियाबाद के हिंडन आईएएफ बेस पर उतरे। ये तीनों कुत्ते 3 साल तक वहां भारतीय दूतावास की सुरक्षा में तैनात रहे।
कुत्तों को आईटीबीपी केंद्र एनटीसीडी (कुत्तों के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र), भानु, पंचकुला में प्रशिक्षित किया गया था। उन्हें 2019 में काबुल में भारतीय दूतावास में तैनात किया गया था। ITBP के अनुसार, उन्होंने काबुल में आतंक को सूंघने और भारतीय संपत्ति को सुरक्षित करने के लिए काम किया।
काबुल में भारतीय राजदूत एवं दूतावास के कर्मियों समेत 120 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को अफगानिस्तान से गुजरात के जामनगर पहुंचा। सी-19 विमान पूर्वाह्न 11 बजकर 15 मिनट पर जामनगर में वायुसेना अड्डे पर उतरा और फिर वह ईंधन भराने के बाद तीन बजे अपराह्न दिल्ली के समीप स्थित हिंडन एयरबेस के लिए रवाना हो गया।
भारत ने मंगलवार को कहा कि काबुल से दूतावास कर्मियों को स्वदेश लाने का कार्य पूरा हो गया है और उस देश में वर्तमान स्थिति को देखते हुए अब पूरा ध्यान अफगानिस्तान की राजधानी से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर केंद्रित किया जाएगा। काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां खराब होते सुरक्षा हालात के मद्देनजर भारत वहां से दो सैन्य विमानों से अपने राजदूत और भारतीय दूतावास के अपने कर्मियों को स्वदेश वापस ले आया।
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