नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड 19 से ठीक होने वाले मरीजों के लिए नई डिस्चार्ज नीति जारी की है। 10 दिनों तक कोई लक्षण नहीं दिखने पर होम आइसोलेशन में रहने वाले एसिम्प्टोमेटिक रोगियों को रिकवर माना जाएगा, लेकिन इन 10 दिनों के बाद उन्हें और 7 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना होगा। वहीं कोविड केयर सेंटर में भर्ती किए गए हल्के लक्षण वाले रोगियों को उनके प्रारंभिक परीक्षण के 10 दिन बाद या भर्ती होने के 7 दिनों के बाद (जो भी बाद में आता है) छुट्टी दे दी जाएगी, अगर कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं तो। डिस्चार्ज होने के बाद उन्हें 8 दिनों के लिए अनिवार्य रूप से होम आइसोलेशन में रहना होगा।
इसके अलावा सरकार ने कहा है कि पहले नमूने के बाद 8वें दिन TrueNat के माध्यम से हल्के लक्षण वाले रोगियों के नमूने एकत्र किए जाएंगे। यदि नेगेटिव रिपोर्ट आती है तो उन्हें पहले नमूने के 10 दिन बाद/लक्षण दिखने के 10 दिन बाद/3 दिन बिना बुखार के (जो भी बाद में हो) छुट्टी दे दी जाएगी और उस तारीख से उन्हें 7 दिनों तक होम आइसोलेशन में होना चाहिए।
सरकार ने अपने निर्देशों में कहा है कि मध्यम और गंभीर लक्षण वाले रोगियों के फॉलोअप सैंपल लक्षण नहीं दिखने पर 3 दिन बाद या पहले सैंपल के 12 दिनों के बाद (जो भी बाद में हो) एकत्र किए जाएंगे। यदि ये नेगेटिव हैं, तो उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी और अगले 7 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रहना होगा।
योगी सरकार ने हाल ही में मरीजों की संख्या बढ़ने पर कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए अब होम क्वारंटीन/होम आइसोलेशन की व्यवस्था की है। सरकार के इस निमय के बाद अब कोरोना के उन मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी जिन्हें अस्पताल में बेड नहीं मिल पा रहे थे। अब कोरोना के मरीज घर से ही अपना इलाज करा सकेंगे। होम आइसोलेशन को मंजूरी देने के साथ ही सीएम ने माइल्ड लक्षण वालों को होम आइसोलेशन करने के आदेश दिए।
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