यूपी के पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी (BJP MP Varun Gandhi) ने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो (Twitter BIO) से "बीजेपी" (BJP) शब्द हटा लिया है,ऐसी खबरें सोशल मीडिया पर सामने आ रही हैं, वहीं इस मामले की पड़ताल करने पर हकीकत अलग ही सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि वरुण गांधी के इस ट्विटर अकाउंट पर बीजेपी नाम पिछले करीब 7 साल से इस्तेमाल नहीं किया गया है यानी ये खबर सही नहीं है कि उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से बीजेपी शब्द हटा लिया है।
गौर हो कि वरुण गांधी किसानों के मुद्दों पर खासे मुखर हैं और सोमवार को वरुण ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लखीमपुर खीरी की घटना पर एक पत्र भी लिखा था अपने पत्र में उन्होंने घटना की सीबीआई जांच कराने और पीड़ितों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की थी।
गौर हो कि बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी की घटना पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। पत्र ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्यवाही करने का निवेदन करता हूं।
पत्र में वो लिखते हैं कि किसानों को निर्दयातापूर्वक कुचलने की जो हृदय-विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में पीड़ा और रोष है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी। अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी सभ्य समाज में अक्षम्य है।
आंदोलकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं। यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए। हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीसे से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए। इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
यही नहीं इससे पहले 12 सितंबर को उत्तर प्रदेश में किसानों को कई राहत देने की मांग करते हुए भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था, इसमें उन्होंने गन्ने की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि करने, गेहूं और धान की सरकारी खरीद पर बोनस देने, प्रधानमंत्री किसान योजना की राशि दोगुनी करने और डीजल पर सब्सिडी देने की मांग की थी,उत्तर प्रदेश से तीन बार के सांसद वरुण गांधी सर्वमान्य हल के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों से दोबारा बातचीत शुरू करने का समर्थन कर चुके हैं।
योगी आदित्यनाथ को लिखे दो पन्नों के पत्र में पीलीभीत से लोकसभा सदस्य ने किसानों की समस्याओं और उनकी मांगों का उल्लेख किया था। इसके साथ ही उन्होंने इन समस्याओं के समाधान के लिए कुछ सुझाव भी दिए थे, पत्र में वरुण गांधी ने गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल करने का सुझाव दिया है जबकि उत्तर प्रदेश में इसकी मौजूदा कीमत 315 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गन्ने की मुख्य रूप से खेती होती है, जो केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का राज्य में केंद्र बना हुआ है।
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