कोलकाता: भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। बाबुल को ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। कुछ महीने पहले जब मोदी सरकार के कैबिनेट में फेरबदल हुआ था तो बाबुल सुप्रियों को भी हटा दिया गया था जिसके बाद उनकी नाराजगी भी सामने आई थी। उन्होंने कहा कि उनका पहले वाला फैसला गलत था। जब पूछा गया कि उन्होंने तो राजनीति से संन्यास लेने की बात कही थी तो उस सवाल के जवाब में कहा कि भावुक होकर उन्होंने बयान दिया था।
आसनसोल से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने उसके बाद राजनीति छोड़ने की बात कही थी। अब देखना दिलचस्प होगा कि बाबुल को टीएमसी क्या जिम्मेदारी देती है। टीएमसी के पास अभी भी एक राज्यसभा सीट खाली है और सूत्रों की मानें तो टीएमसी बाबुल सुप्रियो को इसके जरिए राज्यसभा में भेज सकती हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान बाबुल सुप्रियो ने मुनमुन सेन जैसे दिग्गज उम्मीदवार को इस सीट पर शिकस्त दी थी। बाबुल सुप्रियो लंबे समय तक भाजपा से जुड़े हुए थे।
इससे पहले जब बाबुल सुप्रियो को मोदी मंत्रिमंडल से हटाया गया था उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त की थी। फेसबुक पोस्ट लिखकर सुप्रियो ने राजनीति छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा था, 'मैं तो जा रहा हूं अलविदा।' इसके साथ ही कहा कि वह एक महीने के भीतर अपना सरकारी आवास छोड़ देंगे। वह संसद सदस्य पद से भी इस्तीफा दे रहे हैं। उनकी इस घोषणा के बाद उनके प्रशंसकों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। तब सुप्रियो ने कहा था कि वह टीएमसी, कांग्रेस या सीपीआईएम या किसी अन्य पार्टी में नहीं जा रहे हैं।
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