नई दिल्ली: पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ( navjot singh siddu) के खेमों के बीच सत्ता को लेकर खींचतान मंगलवार को उस वक्त तेज हो गई, जब चार कैबिनेट मंत्रियों और पार्टी के कई विधायकों ने मुख्यमंत्री सिंह को हटाने की खुले तौर पर वकालत करते हुए कहा कि वह कुछ प्रमुख चुनावी वादों को पूरा करने में विफल रहे हैं।
मुख्यमंत्री बदलने की मांग ने पंजाब कांग्रेस में एक नया संकट पैदा कर दिया है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि सिद्धू की नियुक्ति के साथ कांग्रेस की प्रदेश इकाई में असंतोष को दबाने के पार्टी के हालिया प्रयास विफल रहे हैं।
सिद्धू के सलाहकार मालविंदर सिंह माली और प्यारे लाल गर्ग कश्मीर और पाकिस्तान पर अपनी हालिया विवादास्पद टिप्पणियों को लेकर विपक्ष और पार्टी के निशाने पर आ गए हैं।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री मरिंदर सिंह की पत्नी और सांसद परनीत कौर (Preneet Kaur) ने पंजाब कांग्रेस में उठ रहे बगावती सुर पर कहा कि किसी के कह देने भर से मुख्यमंत्री नहीं बदले जाते मुख्यमंत्री किसे बनाना है या हटाना है ये सब कांग्रेस आलाकमान को तय करना है। परनीत कौर ने कहा कि साढ़े चार साल तक तो सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था आखिरकार पिछले 2 महीने में ऐसा क्या हो गया कि सीएम अमरिंदर सिंह पर सवाल उठने लगे।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।