गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि विजय रुपाणी को उस समय कमान दी गई थी जब आनंदी बेन पटेल को हटाया गया था। अभी साफ तौर पर पता नहीं चला है कि उनके इस्तीफे की पीछे की वजह क्या है। विजय रुपाणी के नेतृत्व में गुजरात निकाय चुनावों में बीजेपी को जबरदस्त कामयाबी मिली थी।
'पीएम नरेंद्र मोदी का विशेष धन्यवाद'
मुझे गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं भाजपा को धन्यवाद देना चाहता हूं। अपने कार्यकाल के दौरान, मुझे पीएम मोदी के नेतृत्व में राज्य के विकास में जोड़ने का अवसर मिला। इस्तीफे के बाद विजय रुपाणी ने कहा कि वो बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता है और उन्हें जो आदेश दिया जाएगा उसका पालन करेंगे। इसके साथ यह भी संकेत दिया वो केंद्रीय स्तर पर अगर जिम्मेदारी मिलेगी तो उसे निभाने के लिए तैयार हैं।
अगले साल गुजरात में होना है विधानसभा चुनाव
गुजरात विधानसभा के लिए अगले साल यानी 2022 में चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में उनके इस्तीफे को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। विधायक और सीएम बनने से पहले वो राज्यसभा के सांसद थे। सौराष्ट्र से आने वाले रुपाणी राजकोट पश्चिम से विधायक हैं। 1971 में जनसंघ से जुड़ने के बाद उन्होंने राजनीति का ककहरा सीखा था। 2012 में वो उस समय चर्चा में आए जब सौराष्ट्र में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया था और उस जीत का श्रेय विजय रुपाणी को दिया गया।
सौराष्ट्र इलाके से विजय रुपाणी का है संबंध
सौराष्ट्र इलाके से सीएम की कुर्सी पर पहुंचने वाले विजय रुपाणी पांचवें सीएम हैं, गुजरात के सीएम रहे जीवराज मेहता का ताल्लुक अमरेली जिले से था। दूसरे सीएम बलवंत राय मेहता औक छबीलदास मेहता का संबंध भावनगर से था। केशूभाई पटेल का जूनागढ़ से संबंध था।
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