नई दिल्ली: बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शामिल रहे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का बीती रात लखनऊ के संजय गांधी पीजीई अस्पताल में निधन हो गया। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान-हिमाचल के पूर्व राज्यपाल के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। 89 साल के कल्याण सिंह पिछले डेढ़ महीने से लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई अस्पताल में भर्ती थे। एक महीने पहले सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। बीती रात कल्याण सिंह ने अस्पताल में अंतिम सांस ली।
कल्याण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, 'भारतीय संस्कृति की तरफ कल्याण सिंह के योगदान के लिए आने वाली पीढ़ियां उनकी आभारी रहेंगी। भारत की संस्कृति और सदियों से चली आ रही परंपरा पर कल्याण सिंह का बहुत गहरा भरोसा था।'
यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक
कल्याण सिंह के निधन की खबर मिलने के बार लखनऊ स्थित उनके आवास पर पूरी रात नेताओं कार्यकर्ताओं का ये हुजुम आता रहा। हर कोई अपने प्रिय नेता को आखिरी बार देखना चाहता था। दशकों तक राष्ट्रीय राजनीति का हिस्सा रहे कल्याण सिंह का जाना सिर्फ उनकी पार्टी के नेताओं के लिए नहीं बल्कि भारतीय राजनीति के लिए भी बहुत बड़ी क्षति माना जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक और 23 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
बीजेपी दफ्तर में रखा जाएगा पार्थिव शरीर
कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर आज सुबह नौ से 11 बजे तक विधान भवन और फिर 11 से एक बजे तक बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में दर्शन के लिए रखा जाएगा। इस दौरान लोग अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन कर सकेंगे। दोपहर दो बजे शव को अलीगढ़ ले जाया जाएगा। सोमवार को जन्मभूमि-कर्मभूमि अलीगढ़ के अतरौली में पार्थिव देह को जनता के दर्शनार्थ के लिए रखा जाएगा और शाम को नरोरा में गंगा के किनारे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।
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