ससुराल में सबकी लाडली होना सुखद एहसास से भर देता है, लेकिन एक बड़ी बहू के लिए जब उसकी देवरानी ससुराल की दहलीज पर कदम रखती है, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता। जेठानी होना, उसका रुतबा ये सब बहुत खास एहसास होता है। देवरानी के आते ही क्यों खुशी से फूली नहीं समातीं जेठानियां? ये 10 ऐसे कारण हैं, जो देवरानी के आते ही जेठानी को हवा में उड़ने के लिए प्रेरित करती है।
1. मुझे समझने वाली आ गई
देवरानी के घर में कदम रखते ही जेठानी के मन में सुकून की एक लहर दौड़ती है। उसे संतोष होता है कि आखिर उसके जैसा कोई आया है। जो उसे समझेगा। इस परिवार में दोनों नई हैं तो एक दूसरे की भावना को बेहतर ढंग से समझेंगी।
2. शॉपिंग साथी मिल गया
देवर की शादी का हर भाभी को इंतजार रहता है। वो सोचती है कि कब उसकी देवरानी घर में आए और वो उसके साथ खूब समय व्यतीत करे। देवरानी के आने के बाद, बाजार, किटी पार्टी, सहेली के घर आदि जगहों पर जाने के लिए एक सहेली मिल जाती है।
3. सासू मां की गॉसिप
जेठानी देवरानी के आने पर और भी प्रसन्न इसलिए होती है, क्योंकि अब उसे गॉसिप करने के लिए एक सहेली मिल गई है। सासू माँ की अच्छी और बुरी बातें अब ये दोनों एक कप चाय के साथ मजे से कर सकेंगी।
4. जिम्मेदारी कुछ कम होने की आस
देवरानी के आते ही घर की बड़ी बहू जेठानी बन जाती है। अब उसके बहुत से काम देवरानी के हिस्से में बिना कहे ही आ जाता है। इससे जेठानी की बहुत सी जिम्मेदारियां बंट जाती हैं। उसका बोझ कुछ कम हो जाता है।
5. देवरानी के रूप में बहन मिल गई
जेठानियां अपनी देवरानी के आते ही उसमें अपनी छोटी बहन को देखने लगती हैं। उन्हें लगता है कि जिस तरह से इस नए परिवार के लिए वो नई थीं, अब उन्हें उनकी बहन मिल गई है। खुलकर उससे अपने दिल की बात कर सकेंगी।
6. सही दिशा दिखा सकेंगी
जेठानियों के मन में ये भी एक सुकून होता है कि जब वो नई थीं, तो उन्हें कोई कुछ बताने वाला नहीं था, लेकिन देवारनी को वो सबकुछ बताएंगी। उसे सही सलाह देने के साथ ही सही दिशा भी दिखाएंगी, जिससे उसे ससुराल का एहसास न हो।
7. सासू मां के व्यवहार में होगा परिवर्तन
ऐसा कई बार देखा गया है कि बड़ी बहू के आने के बाद जो बदलाव सासू में नहीं होता, तो छोटी बहू के आने के बाद हो जाता है। बड़ी बहू की अबतक शिकायत करने वाली सासू माँ अब बड़ी बहू की तारीफ करने लगती हैं।
8. बन जाउंगी बड़ी मम्मी
माँ बनना हर माँ के लिए सुखद अनुभव होता है, लेकिन एक औरत जब बड़ी माँ बनती है, तो उसे बहुत अच्छा एहसास होता है। देवरानी के आने के बाद जब वो बड़ी माँ बनती है तो अपने सहेजे हुए सामान को वो निकालती है।
9. खुद के लिए समय मिलेगा
जेठानी की खुशी का एक राज ये भी है कि देवरानी के आने के बाद उसे अपने लिए बहुत समय मिलता है। जिम्मेदारियां बंटने से उसे उसका समय मिलता है। वो अपने लिए कुछ सोच सकती है, कर सकती है।
10. मेरी परवाह करने वाली आ गई
घर में जब देवरानी आती है, तो जेठानी को अपनत्व का एहसास होता है। न सिर्फ घर में उसका हाथ बंटाने वाली आ गई है, बल्कि उसकी परवाह करने वाली आ गई है। अगर उसे कुछ भी समस्या होती है, तो देवरानी उसके लिए है। वैसे जेठानी-देवरानी का रिश्ता बेहद खास होता है और अगर ससुराल में इन दोनों का रिश्ता मधुर बना रहे, तो एक सुखी परिवार का निर्माण होता है।