डिप्रेशन एक अच्छी खासी जिंदगी को खत्म कर देता है। अगर आपके पार्टनर को डिप्रेशन है तो उसे सबसे ज्यादा आपकी जरूरत है। डिप्रेशन के साथ नाउम्मीदी, चिढ़न, खीझ बढ़ती है। ऐसे में जरूरी है कि इसे झेलने वाले को प्यार से संभाला जाए। उनका व्यवहार आप पर भी असर डाल सकता है। ऐसे में आपको खुद को भी संभालने की बेहद जरूरत होती है।
प्रिया और सुनील का उदाहरण देखें। दोनों का रिश्ता बहुत अच्छा था। यहां तक कि रिश्तेदारों में भी दोनों की केमस्ट्री की तारीफ की जाती थी। लेकिन बीते 3 महीने से सुनील बहुत बदल गया है। छोटी-छोटी बातों पर झगड़ने लगता है। पहले डिनर साथ होता था और ऑफिस के बाद शाम को अक्सर आउटिंग का प्लान भी बनता था। लेकिन अब सुनील को बातों में कोई दिलचस्पी नहीं रह गई है। उसका अधिकतर समय लैपटॉप पर बीतता है, कितना भी अच्छा बना हो लेकिन खाना उसे पसंद नहीं आता। करीने से रहने वाली सुनील को अब शेव करने में भी कोई दिलचस्पी नहीं रह गई है।
सुनील जैसी हालत अगर आपके पार्टनर या किसी आसपास के व्यक्ति की है तो इसे नजरअंदाज न करें। ये लक्षण डिप्रेशन के हो सकते हैं। अगर आपके पार्टनर का मूड तेजी से बदलता है, छोटी छोटी बातों पर रोना या गुस्सा आता है, रिएक्शंस पर कंट्रोल नहीं होता तो उनके व्यवहार को करीब से देखने की जरूरत है। आप इन लक्षणों पर गौर करें :
How Can You Help When You Notice Signs of Depression/ डिप्रेशन झेल रहे व्यक्ति की कैसे करें मदद
जब भी आपको लगे कि आपका पार्टनर डिप्रेशन में जा रहा है तो उसे इससे बाहर निकालने के लिए खुद को तैयार कर लें।
- पार्टनर को जज किए बिना उसकी बातें सुनें। अगर आपको लगे कि उसकी बातें फिजूल हैं और ऐसा वास्तव में है नहीं, तो भी उसे सुनें। दिल की बात खुलकर कह देने से बोझ हल्का होने लगता है।
- अवसाद में जा रहा व्यक्ति अपने कंट्रोल में नहीं होता। ऐसे में उसके व्यवहार से आप अपना आपा ना खोएं। इससे उसकी हालत बिगड़ सकती है।
- डिप्रेशन झेल रहे व्यक्ति को ये अहसास दिलाने की जरूरत होती है कि वो अकेला नहीं है। हर मुश्किल को पार करने के लिए उसके साथ आप और बाकी सभी हैं।
- अगर हो सके तो ऐसे समय में परिवार के साथ रहें। पुरानी मीठी यादें अवसाद को कम करने में मदद करती हैं।
- बहुत सारे मोटिवेशनल वीडियोज सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। इनकी मदद से उत्साह बढ़ाया जा सकता है।
कुछ दिनों के इस सपोर्ट के बावजूद अगर हालत में सुधार नहीं आता मेडिकल हेल्प लेने में संकोच न करें। ऐसे में मामलो में ज्यादा देर गंभीर परिणाम दे सकती है।