कोरोना वायरस के मामले घटने के बजाय लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन नए केस सामने आ रहे हैं। वहीं लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि वह कोरोना को फैलने से रोकने के लिए नियमों का सख्ती से पालन करें। इसके साथ ही लोगों को जागरुक किया जा रहा हैं कि वह जब भी बाहर जाए मास्क जरूर पहन कर जाएं। कोरोना वायरस को एक दूसरे में फैलने से रोकने के लिए मास्क पहनना बहुत जरूरी है। वहीं दुनियाभर में हुई कई रिसर्च में यह माना गया है कि मास्क पहनने से इस वायरस को फैलने से रोक सकते हैं। क्योंकि कई बार पीड़ित को भी पता नहीं होता है कि वह संक्रमित हो चुका है। इस स्थिति में वायरस खतरनाक रूप से फैलता है।
रेस्पिरेटर के साथ आने वाला मास्क
मार्केट में इन दिनों कई तरह के मास्क उपलब्ध है, लेकिन कई लोगों को यह नहीं पता होता है कि उनके लिए कौन सा बेस्ट है। कोरोना काल में लोग अपनी सेहत को लेकर न सिर्फ सजग हो गए हैं, बल्कि इससे खुद को बचाने के लिए सावधानियां भी बरत रहे हैं। बता दें कि रेस्पिरेटर के साथ आने वाला मास्क अन्य मास्क की तुलना में अधिक सुरक्षित माना गया है। यह मास्क सील टेस्टेड रेस्पिरेटर्स फाइबर से बनते हैं, जो हवा को फिल्टर करते हैं। लेकिन यह रेस्पिरेटर स्वास्थ्य राष्ट्रीय संस्थान और व्यावसायिक सुरक्षा द्वारा बताए गए मानकों के अनुसार होना चाहिए। सर्टिफाइड N95 रेस्पिरेटर्स 95 प्रतिशत पार्टिकल्स को फिल्टर कर सकते हैं जबिक N99 रेस्पिरेटर्स 99 प्रतिशत तक फिल्टर कर सकते हैं। वहीं बात करें N100 की तो यह रेस्पिरेटर्स 99.7 प्रतिशत पार्टिकल्स को फिल्टर कर सकते हैं।
खुद से बनाए गए मास्क
अगर आप चाहे तो घर पर खुद भी मास्क बना सकते हैं। कोरोना के बचाव के लिए कई लोग हैंडमेड मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसे सरकार ने काफी प्रोत्साहित भी किया है। वहीं कोरोना से बचाने के लिए हैंडमेड मास्क का प्रभाव बाकी मास्क की तुलना में कम माना गया है। क्योंकि इन मास्क में नाक, गाल या फिर जबड़े के बीच काफी गैप रहता है। इससे वायरस आसानी से आपकी मुंह तक पहुंच सकता है। वहीं इसे मेडिकल मास्क जितना प्रभावित नहीं माना जाता है। इसके अलावा यह कपड़े की क्वालिटी पर भी निर्भर करती है। अगर आप इसे अच्छी तरीके से बनाए तो कोरोना के बचाव के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
सर्जिकल मास्क
मार्केट में अलग-अलग तरीके के सर्जिकल मास्क उपलब्ध हैं। ज्यादातर सिर्फ एक बार इस्तेमाल करने के लिए होते हैं। रेस्पिरेटर वाले मास्क की तुलना में इसे सुरक्षित नहीं माना जाता है। हालांकि वायरस के बचाव के लिए इसे पहना जा सकता है। बता दें कि अगर आप सर्जिकल मास्क पहन रहे हैं तो एक बार इस्तेमाल करने के बाद इसे डस्टबिन में डाल दें। ये मास्क 10 से 90 प्रतिशत सुरक्षित माना जाता है।
मास्क बनाने के लिए कॉटन फैब्रिक का करें इस्तेमाल
अगर आप घर पर मास्क बनाना चाहते हैं को इसके लिए बेडशीट्स जैसे 100 प्रतिशत कॉटन कपड़ों का इस्तेमाल करें। इसके लिए दो लेयर्स में फोल्ड कर के एक दम टाइट मास्क बनाएं। यह कोरोना से बचाव के लिए बेहतर माना गया है। इस दौरान ध्यान रखें कि चेहरे पर मास्क लगाते वक्त नाक, गाल या अन्य फिर जबड़े के बीच गैप न हो। इसके अलावा इसे अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कॉफी फिल्टर या फिर पेपर टॉवल जैसी चीजों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।