Pune Electric Vehicle: इलेक्ट्रिक वाहनों को उद्धव ठाकरे सरकार का बढ़ावा, राज्य में 5 हजार चार्जिंग स्टेशन

Pune Electric Vehicle: बढ़ते तेल के दाम और प्रदूषण के बीच उद्धव ठाकरे सरकार अब राज्य में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए पांच हजार चार्जिंग स्टेशनों को शुरू करने की तैयारी कर रही है।

Pune Electric Vehicle
इलेक्ट्रिक वाहनों को उद्धव ठाकरे सरकार का बढ़ावा  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • पुणे समेत मुंबई भर में बनेंगे पांच हजार चार्जिंग स्टेशन
  • वाहनों के प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार की तैयारी
  • पंपों पर सीएनजी के साथ चार्जिंग सेंटर भी होंगे स्थापित 

Pune Electric Vehicle: बारामती शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रचलन बढ़ने के साथ ही प्रशासन ने इसके लिए चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी कर ली है। पांच स्टेशन बन कर तैयार हो गए हैं जबकि 115 स्टेशन जल्द ही बन कर तैयार हो जाएंगे। डिप्टी सीएम ने अजित पवार ने घोषणा करते हुए बताया कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए राज्य में पेट्रोल पंपों पर सीएनजी सुविधाओं के साथ'चार्जिंग सेंटर' स्थापित करने को प्राथमिकता दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने निंबुत (ताल बारामती) में एक समारोह में कहा कि ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने की जरूरत है, जिसमें से सबसे ज्यादा मुंबई और पुणे में ही बनाए जाने हैं।

डिप्टी सीएम ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते ईंधन की कीमतों में तेजी जारी है। पेट्रोल-डीजल के दाम दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। इसलिए हम इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ाना चाहते हैं। कई कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन ला रही हैं। इसलिए, राज्य भर में 5,000 चार्जिंग स्टेशन शुरू करने की योजना है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकांश चार पहिया वाहन निर्माताओं ने गैस और इलेक्ट्रिक वाहन बनाने को प्राथमिकता दी है, इसलिए भविष्य में हर पेट्रोल पंप पर चार्जिंग सेंटर स्थापित करने होंगे। इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रदूषण कम होगा। इसके अलावा डीजल और पेट्रोल की बढ़ती लागत को देखते हुए, इलेक्ट्रिक वाहनों की आवश्यकता है। कहा जाता है कि पेट्रोल पंपों से काफी मुनाफा होता है लेकिन मामला वह नहीं है। क्योंकि मेरे पास एक पंप भी है।

इलेक्ट्रिक वाहनों को उद्धव ठाकरे सरकार का बढ़ावा

एआइसीटीएसएल के सीईओ संदीप सोनी ने बताया कि अभी हमारे एआइसीटीएसएल परिसर, नगर निगम, स्मार्ट सिटी, बिजली कंपनी सहित करीब पांच स्टेशन बन कर तैयार हैं, जबकि शेष के लिए प्रयास कर रहे हैं। सोनी ने बताया कि पहले चरण में ईवी चार्जिंग स्टेशनों में से 76 की योजना सार्वजनिक निजी भागीदारी मोड पर बनाई गई है। जिसमें एक निजी कंपनी डेल्टा की मदद ली जाएगी। जबकि शेष 37 स्टेशनों को राजस्थान इलेक्ट्रानिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (आरईआइएल) के साथ एक समझौते के तहत स्थापित किया जाएगा। इनमें से अधिकांश ईवी चार्जिंग स्टेशन राजवाड़ा, सियागंज, जवाहर मार्ग, जूनी इंदौर, हाथीपाला, गाड़ी अड्डा, लोहा मंडी आदि मुख्य बाजारों सहित शहर के मुख्य और व्यस्त क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे।

इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए तीन तरह के स्टेशन बनेंगे

1. एसी 001 स्लो चार्जर रहेगा जो पांच किलोवाट की क्षमता के साथ आएगा और एक बार में तीन वाहनों को चार्ज करेगा।

2. डीसी 001 स्लो/फास्ट चार्जर है जो 15 किलोवाट क्षमता के साथ आएगा और एक बार में एक वाहन को चार्ज करने की अनुमति देगा।

3. चाडेमो चार्जर होगा, जिसकी क्षमता 122 किलोवाट होगी और एक बार में तीन वाहनों की सुपर फास्ट चार्जिंग होगी।

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