Pune Electricity: महाराष्ट्र के पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ के भोसरी और अकुर्दी क्षेत्रों में एक बिल्ली की वजह से करीब 60,000 से अधिक बिजली उपभोक्ताओं के घर बत्ती गुल रही। अधिकारियों ने बताया कि भोसरी महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम सबस्टेशन के ट्रांसफार्मर पर एक बिल्ली के चढ़ने से शॉर्ट सर्किट हुआ जिसकी वजह से करीब 60 हजार ग्राहकों की बिजली चली गई। अधिकारी ने आगे बताया कि वैकल्पिक बिजली सब-स्टेशनों का उपयोग करने वाले अधिकारियों के प्रयासों के कारण बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। फिलहाल लोगों की बिजली से जुड़ी परेशानी हल हो गई है.
मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला पुणे स्थित पिंपरी चिंचवाड़ शहर का है। यहां के कुछ इलाकों में सुबह गुल हुई बत्ती दोपहर में लौटकर आ सकी। राज्य के बिजली विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में बताया कि महाराष्ट्र में पुणे के पास पिंपरी चिंचवाड़ शहर के कुछ इलाकों में बुधवार को घंटों तक बिजली गुल रही। उन्होंने इसकी वजह एक बिल्ली को बताया। अधिकारियों ने बताया कि एक बिल्ली ट्रांसमिशन उपकरण पर चढ़ गई थी जिससे तकनीकी खराबी आ गई। इस तकनीकी खराबी की वजह से ही करीब 60,000 उपभोक्ताओं के घरों-प्रतिष्ठानों में बिजली गुल हो गई।
दो बजे बिजली आपूर्ति बहाल
विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पिंपरी चिंचवाड़ के भोसरी, अकुर्दी और आसपास के इलाकों में सुबह छह बजे बिजली गुल हो गई थी। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में दोपहर करीब दो बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो पाई। एमएसईडीसीएल के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह भोसरी में एक बिल्ली 22 केवी के एक ट्रांसफार्मर में घुस गई थी,जिसके बाद भोसरी, अकुर्दी और आसपास के इलाकों में बिजली गुल हो गई।
बिल्ली ट्रांसफार्मर पर चढ़ गई और शॉर्ट सर्किट हो गया
बता दें कि भोसरी एमआईडीसी में 220 केवी का सबस्टेशन है। महाट्रांसको अधिकारी ज्योति चिप्टी ने कहा कि बुधवार को सुबह करीब साढ़े पांच बजे एक बिल्ली ट्रांसफार्मर पर चढ़ गई और शॉर्ट सर्किट हो गया। नतीजतन, सुबह करीब 6 बजे 100 मेगा वोल्ट एम्प ट्रांसफार्मर खराब हो गया और लोड उत्पन्न हो गया। उन्होंने आगे कहा कि हमने औद्योगिक संघ के परामर्श से सर्कुलर लोड शेडिंग शुरू की। वहीं क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर की जांच की जा रही है।
अगर ट्रांसफार्मर पूरी तरह खराब पाया जाता है तो उसे बदलने में कम से कम दो से तीन दिन का समय लगेगा। इसलिए, महाट्रांसको के 220 केवी सबस्टेशन में वर्तमान में चल रहे केवल 75 एमवीए क्षमता के बिजली ट्रांसफार्मर को 10 बिजली लाइनों को बिजली की आपूर्ति करनी होगी जो वर्तमान में 16 बिजली लाइनों के साथ बंद हैं। इस दौरान भोसरी मंडल में बिजली आपूर्ति की स्थिति और भी बाधित होने की संभावना है।
महाट्रांसको ने बताया कि एकल बिजली ट्रांसफार्मर से लोड का प्रबंधन संभव नहीं है, भोसरी मंडल के सभी ग्राहकों को लोड को एक परिपत्र तरीके से नियंत्रित करके बिजली की आपूर्ति करनी होगी। हालांकि, ऐसी स्थिति तभी पैदा हो सकती है जब 100 एमवीए का बिजली ट्रांसफार्मर पूरी तरह से खराब पाया जाए।