Pune Crime News: पुणे पुलिस ने 22 जून की रात एक अन्य संदिग्ध की सहायता से छत की टाइल्स हटाकर शिरूर थाने के लॉकअप से फरार हुए 22 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार हिस्ट्रीशीटर रोहन बीरू सोंताके को थाने में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। आरोपी को आठ अन्य संदिग्धों के साथ लॉकअप में बंद कर दिया गया था। इसी दौरान वह फरार हो गया था।
पुलिस ने आरोपी सोंताके को भागने में मदद करने वाले आरोपी को भी पकड़ रखा है। बता दें कि, पुलिस पकड़े गए हिस्ट्रीशीटर सोंताके से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि, चोरी के मामले में पकड़े गए आरोपियों में से एक ने सोंताके की मदद की थी।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने बताया कि, 22 जून को आरोपी सोंताके फरार हो गया था। 23 जून की सुबह जब लॉकअप गार्डों ने हिरासत में लिए गए संदिग्धों को चेक किया तो सोंताके गायब मिला। गार्ड ने पाया कि, लॉकअप से जुड़ी वॉशरूम की छत की टाइल्स हटा दी गई हैं। सीसीटीवी कैमरों के आधार पर एक जांच से पता चला कि, हिरासत में एक अन्य संदिग्ध जिसकी पहचान अक्षय काले के रूप में हुई थी उसीने सोंताके को 2:15 बजे जगाकर भागने में मदद की थी। अक्षय काले को तब से ऑन-ड्यूटी गार्ड की निगरानी में रखा गया है। आरोपी के भागने के बाद, पुलिस ने सोंताके और काले को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 224 के तहत अलग-अलग अपराधों में निरुद्ध किया था।
जानकारी के लिए बता दें कि, आरोपी के भागने के बाद शिरूर और शिकरापुर की पुलिस टीमों की ओर से पूरे इलाके में तलाशी शुरू की गई लेकिन सोंताके नहीं मिल पाया था। बता दें कि शिरूर पुलिस स्टेशन और स्थानीय अपराध शाखा की एक संयुक्त टीम को आरोपी को पकड़ने के लिए तैयार किया गया था। टीम को मुखबीर से एक सूचना मिली कि, आरोपी सोंताके पुणे जिले के इंदापुर तालुका के कलांब गाँव में आया हुआ है। इसके बाद पुलिस टीम ने जाल बिछाकर प्लान बनाया और उसे पकड़ लिया।