Pune Crime: पुणे पुलिस ने चार साल की मासूम बच्ची को मानव बलि के कथित प्रयास से बचाया है। मामला 23 जुलाई का है। बच्ची एक दिन से लापता थी, जिसके बाद उसके माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद जुन्नार और चिखली पुलिस की एक संयुक्त टीम बच्ची को बचाने में कामयाब रही है और आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुणे पुलिस की टीम ने कथित छोटी बच्ची की मानव बलि के आरोप में एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है।
पुलिस से मिली जानकारी की अनुसार आरोपियों ने छोटी बच्ची को चिखली से अगवा किया था, जब बच्ची घर के पीछे आंगन में खेल रही थी। इसके बाद उसके माता-पिता ने उसकी तलाश की लेकिन उन्हें कहीं नहीं मिली।
दंपत्ति ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। पुलिस ने तलाशी शुरू की और इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। एक गुप्त सूचना के बाद, पुलिस ने जुन्नार में चौगुले आवास पर छापा मारा। इसके बाद संतोष चौगुले और विमल चौगुले को गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार, पीड़ित बच्ची के माता-पिता उसको पड़ोसी के घर पर छोड़कर रोजाना काम पर जाते हैं। चौगुले दंपत्ति पड़ोसी के रिश्तेदार हैं और घटना से दो दिन पहले वह घर आए थे।
सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान, पुलिस ने आरोपी और उनके 12 साल के बेटे के संदिग्ध व्यवहार को भी देखा। मामले की जानकारी देते हुए पिंपरी-चिंचवड के सहायक पुलिस आयुक्त पद्माकर घनवट ने कहा है कि, सीसीटीवी फुटेज में बच्ची 12 साल के लड़के का पीछा करती दिखी थी। कुछ देर बाद एक आरोपी ने बच्ची को उठाया और फरार हो गया। हमारी गुप्त सूचना के बाद जुन्नार पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ की गई और हमें संदेह है कि, यह अपहरण मानव बलि का प्रयास था। वहीं वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विकास जाधव ने कहा है कि, हमने घटनास्थल पर छापा मारा और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।