Pune News: जरूरत के समय पर इंसान किसी से बिना सोचे समझा कर्जा ले लेता है। कई बार वो शर्तों का भी ध्यान नहीं देता और पैसे को प्राथमिकता देते हुए सभी बातें मान लेता है। लेकिन कई बार ऐसा करना काफी महंगा भी साबित हो सकता है। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के पुणे से सामने आया है, जहां एक शख्स ने पांच लाख का लोन लिया और उसे 15 लाख चुकाने पड़े। सिर्फ इतना ही नहीं, अब कर्ज देने वाला और भी आठ लाख रुपयों की मांग कर रहा था। नहीं देने पर उसे देख लेने की धमकी भी दे रहा था। तंग आकर पीड़ित शख्स ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद पुलिस ने कर्ज देने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले की शुरुआत साल 2019 से हुई। जब एक 38 वर्षीय कारोबारी ने अपने बिजनेस में पड़ रही जरूरत को देखते हुए 29 वर्षीय दत्ता गोकुल वाघमारे से पांच लाख रुपयों का कर्जा लिया। कर्जा देते हुए कारोबारी को बताया गया कि उसे पूरी रकम का हर महीना एक्सट्रा 10 प्रतिशत भी देना होगा। सब बात मंजूर होने के बाद कारोबारी को पैसा दे दिया गया। सबकुछ ठीक चल रहा था कि अचानक कोविड लॉकडाउन लग गया जिसकी वजह से कारोबारी का बिजनेस ठप पड़ गया। इस वजह से कारोबारी कुछ महीनों की किश्त नहीं दे पाया। लॉकडाउन खुलते ही कारोबारी ने किश्त देनी शुरू कर दी।
कारोबारी इसी तरह दत्ता को 15 लाख दे चुका है और अपना कर्जा पूरा होने की बात कही। लेकिन दत्ता ने कारोबारी की इस बात पर हामी नहीं भरी और आठ लाख रुपये अतिरिक्त चुकाने को कहा। कारोबारी ने जब इस बात का विरोध किया तो दत्ता ने उससे बदतमीजी करते हुए पैसा चुकाने की धमकी दी। दत्ता की धमकी के बाद आखिरकार कारोबारी ने पुणे पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने कारोबारी की शिकायत के आधार पर जांच की और आरोप को सही पाया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी दत्ता को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस आरोपी दत्ता से पूछताछ कर रही है।