Pune Crime: पिंपरी-चिंचवड़ में एक बिल्डर को कंस्ट्रक्शन साइट की शिकायत करने की धमकी देकर सवा नौ करोड़ रुपये फिरौती मांगने का बड़ा मामला सामने आया है। इस मामले में बिल्डर द्वारा सीधे पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे से शिकायत के बाद सक्रिय हुई एंटी गुंडा स्क्वाड ने आरोपी को दो करोड़ रुपए का चेक लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस द्वारा आरोपी की पहचान आदिनाथ भूजाबली कुचनुर के तौर पर की गई है। जांच में पता चला कि आरोपी उच्च शिक्षित है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन का रिमांड हासिल किया है।
बिल्डर केतुल भागचंद सोनिगरा ने इस मामले को लेकर वाकड पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने डांगे चौक थेरगांव में सिग्नेचर पार्क का कंस्ट्रक्शन शुरू किया है। इसको लेकर कुछ दिन पहले अरहम आरई कंसल्टेंसी सर्विसेज के आदिनाथ कुचानूर ने उसे एक पत्र भेजकर इस कंस्ट्रक्शन साइट के बारे में शिकायत करने की बात कही थी। इसके एवज में उसने कंस्ट्रक्शन साइट की कुल लागत का 2.5 प्रतिशत या 9.25 करोड़ रुपये देने को कहा था।
पत्र मिलने के बाद सोनिगरा ने पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे से मिलकर इसकी शिकायत की। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने फिरौती रोधी दस्ते को शिकायत पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच में पता चला कि आरोपी आदिनाथ भूजाबली कुचनुर सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के दस्तावेज बनाने, बिल्डरों को ब्लैकमेल करने, महानगरपालिका के अधिकारियों के खिलाफ झूठे आरोप लगाने जैसा कार्य करता है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए पैसे लेने के बहाने सिग्नेचर पार्क के कंस्ट्रक्शन साइट पर बुलवाया। यहां पर आरोपी को फिरौती का 25 फीसद हिस्से के रूप में 2 करोड़ रुपये का चेक दिया गया। आरोपी के द्वारा चेक लेते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका के निर्माण विभाग से संबंधित दस्तावेज भी मिले।