EV City Pune: भारत में इलेक्ट्रिक वीहिकल का चलन धीरे—धीरे बढ़ रहा है। पेट्रोल—डीजल की दिनों दिन बढ़ती कीमतों के कारण इनमें बड़ा इजाफा हुआ है। ऐसे में अब चार्जिंग स्टेशंस की डिमांड काफी बढ़ रही है। इसी डिमांड को देखते हुए पुणे नगर निगम की ओर से बड़ा कदम उठाने की तैयारियां की जा रही है। इसके तह पुणे में ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का खाका तैयार किया जा रहा है। ऐसे में पुणे के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। पुणे नगर निगम यानी पीएमसी के अनुसार ईवी चार्जिंग स्टेशनों को प्रोत्साहित करने के लिए एक जुलाई से सभी हाउसिंग सोसायटियों में अतिरिक्त बिजली लोड देने की तैयारी कर ली गई है।
इतना ही नहीं शहर के सार्वजनिक स्थानों और पार्किंग स्टैंड्स पर चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी है। पीएमसी की कोशिश है कि शहर के लोग इलेक्ट्रिक वाहनों का अधिक से अधिक उपयोग करें। जिससे प्रदूषण कम हो और लोगों को भी महंगाई से राहत मिल सके।
बुधवार को पीएमसी की बैठक में ईवी को लेकर यह बड़ा निर्णय किया गया है। नगर आयुक्त विक्रम कुमार ने बताया कि लोगों की ईवी में रुचि बढ़ रही है। साल 2021 में पुणे में कुल 6,205 ईवी पंजीकृत हुए। वहीं इस साल अब तक 8220 ईवी पंजीकृत हुए हैं। ऐसे में साफ है कि लोग ईवी को एक बेहतर विकल्प के रूप में चुन रहे हैं। ये पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। इसलिए पुणे में ईवी को बढ़ावा देने की कोशिश की जाएगी। अब सभी रेजिडेंशल हाउसिंग सोसायटियों में चार्जिंग स्टेशन स्थापित होंगे। इसके लिए महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने भी प्रस्ताव दिया है। जिसके अनुसार ईवी चार्जिंग स्टेशनों के लिए एक अलग मीटर होना अनिवार्य होगा।
राहतभरी बात यह है कि ईवी चार्जिंग स्टेशनों की विद्वुत दरें आम दरों से कम होंगी। जिससे लोगों को यहां सस्ती बिजली मिलेगी। इसी के साथ सिनेमा हॉल्स, मॉल्स, हॉस्पिटल्स, यूनिवर्सिटीज, कॉलेज आदि में भी ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने पर चर्चा की गई। नगर आयुक्त का कहना है कि पुणे नगर निगम महाराष्ट्र ईवी नीति 2021 को जमीनी तौर पर लागू करना चाहती है और यह पहला कदम है।
ईवी चार्जिंग स्टेशन को बढ़ावा देने के लिए पीएमसी कई प्रकार की छूट देने पर भी विचार कर रही है। जिसके अनुसार ईवी चार्जिंग स्टेशन लगवाने पर संपत्ति कर में छूट मिलेगी। साथ ही बिल्डिंग बायलॉज में भी राहत मिलेगी। पीएमसी ईवी वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए जल्द ही एक जागरुकता अभियान भी शुरू करने जा रही है।