Pune Weather: पुणे के सांगली शहर और कुछ ग्रामीण इलाकों में सोमवार को बेमौसम बारिश की वजह से भीषण गर्मी से बेहाल सांगलीकरों को थोड़ी राहत जरूर मिली लेकिन किसानों की चिंता बढ़ा दी। इस बारिश से किशमिश की फसल प्रभावित हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो किसानों को बारिश की वजह से भारी नुकसान हो जाएगा। चिंता की बात ये है कि, किशमिश की फसल पककर तैयार है और भीग जाने से इसके उत्पादन पर असर पड़ेगा। वहीं सब्जी किसानों के लिए भी यह बिन मौसम बरसात परेशानी का सबब बन सकती है।
दरअसल बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर का असर सांगली में देखने को मिला। सोमवार की अगले सुबह से हुई तेज बारिश से जहां कुछ मुहल्लों में जलजमाव की स्थिति हो गई। वहीं बेमौसम बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई। पिछले तीन दिनों से जिले में मौसम में परिवर्तन देखने को मिल रहा था। दो दिन पूर्व ही दिन में रिमझिम बारिश हुई थी। जिससे मौसम में ठंडापन आ गया था। इसके बाद रविवार को बारिश तो नहीं हुई लेकिन मौसम में ठंडापन बना रहा।
दोपहर के बाद थमी बारिश
सोमवार को तो एक घंटे तक सुबह से लेकर दोपहर तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। दोपहर के बाद बारिश थम गयी। लेकिन मौसम सुहावना बना रहा। शहर के कुछ मुहल्लों में जलजमाव की स्थिति हो गयी। जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी झेलनी पड़ी। बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता सोमवार को हुई तेज बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई। किशमिश की फसल पकने के बाद तैयार होने के कगार पर है। ऐसे में बारिश के कारण फसल भीग जाने से इसके उत्पादन पर प्रभाव पड़ सकता है।
सब्जी की फसल भी हो सकती है प्रभावित
इसके अलावा सब्जी फसल भी प्रभावित हो सकती है। कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक ने बताया कि, गेहूं की फसल पककर तैयार होने के कगार पर है। ऐसे में बारिश के बाद फसल भीग जाने से इसके खराब होने की संभावना रहती है। कृषि वैज्ञानिक ने आगे बताया कि बारिश से गर्मी में लगाई गई सब्जियां जैसे लौकी, भिंडी, बींस,परवल, करेला, खरबूज, तरबूज के फसल में रोग कीट व्याधि का प्रकोप आने की संभावना है। जिससे काफी नुकसान हो सकता है। इसके अलावा आम व लीची के पेड़ में मंजर के बाद छोटा दाना बन गया है। बारिश के बाद इसमें पाउडरी मिलड्यू खर्रा या दहिया बीमारी आने की संभावना बन गई है।