Pune News: पुणे में एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई की है। 20 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में पुणे एंटी करप्शन विभाग ने मनपा बंडगार्डन जलापूर्ति विभाग के डिप्टी इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने एक जलापूर्ति करने वाले टैंकर को पास कराने के एवज में घूस की मांग की थी। पुलिस ने जाल बिछाकर प्लान बनाया और दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
बता दें कि, डिप्टी इंजीनियर मधुकर दत्तात्रय थोरात (56 वर्ष) और जूनियर इंजीनियर अजय भारत मोरे (37 वर्ष) पर रिश्वत लेने का आरोप है। शिकायतकर्ता का टैंकर द्वारा जलापूर्ति करने का व्यवसाय है। उसके लिए आवश्यक पास मनपा कार्यालय से व्यवसायी ने लिए थे। प्रत्येक टैंकर भरते समय 1 पास देना होता है। जूनियर इंजीनियर अजय मोरे ने हर दिन 5 से ज्यादा टैंकर भरकर देने के एवज में 20 हजार रूपये महीना रिश्वत मांगी थी।
जानकारी के लिए बता दें कि, डिप्टी इंजीनियर मधुकर थोरात ने जूनियर इंजीनियर से सांठगांठ करके शिकायतकर्ता व्यवसायी से जमा राशि का बिल निकालने के लिए रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने रिश्वत नहीं देने का मन बना लिया और इसकी पुणे एंटी करप्शन विभाग में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता के आरोप की जांच पड़ताल की गई। मामले का सत्यापन होने के बाद शिकायतकर्ता के साथ मिलकर जाल बिछाया गया। एंटी करप्शन ब्यूरो और बंडगार्डन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करने का प्लान तैयार कर लिया।
मिली जानकारी के अनुसार, डिप्टी इंजीनियर मधुकर दत्तात्रय थोरात और जूनियर इंजीनियर अजय भारत मोरे ने शिकायतकर्ता से 20 हजार रूपये की रिश्वत लेने की बात स्वीकार कर ली। दोनों आरोपियों को रिश्वत लेना स्वीकार करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। बंडगार्डन पुलिस स्टेशन में दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक राजेश बनसोड़े, अपर अधीक्षक सूरज गुरव के मार्गदर्शन में एंटी ब्यूरो करप्शन की टीम और पुलिस निरीक्षक संदीप वरहाडे ने की है।