Pune Sugar Factory: चीनी कारखानों पर सरकार की गाज, कारखानों के हार्वेस्टर को कब्जे में लेने का निर्देश 

Pune Sugar Factory: महाराष्ट्र में गन्ने की गंभीर समस्या को लेकर उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने अधिशेष गन्ने की पेराई का काम पूरा करने के लिए कारखानों के हार्वेस्टर को कब्जे में लेने का निर्देश दिया है।

Pune Sugar Factory
महाराष्ट्र के चीनी कारखानों पर उद्धव ठाकरे सरकार की गाज  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • महाराष्ट्र के चीनी कारखानों पर उद्धव ठाकरे सरकार की गाज
  • डिप्टी सीएम के कारखानों के हार्वेस्टर को कब्जे में लेने के निर्देश
  • चीनी आयुक्त बोले कि 130 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पेराई बाकी

Pune Sugar Factory: राज्य में अतिरिक्त गन्ने की गंभीर समस्या को लेकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने चीनी आयुक्त को अधिशेष गन्ने की पेराई का काम पूरा करने के लिए कारखानों के हार्वेस्टर को कब्जे में लेने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह भी साफ किया कि जब्त हार्वेस्टर को पेराई सत्र से चीनी मिलों को किराए पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए। दरअसल, राज्य में अधिशेष गन्ना के मुद्दे को हल करने के लिए को अजीत पवार की अध्यक्षता में मंत्रालय में एक बैठक हुई। 

बैठक में डिप्टी सीएम ने कहा कि चीनी आयुक्त तुरंत संबंधित जिला कलेक्टर को गन्ना कटाई मशीनों को कब्जे में लेने की सूचना दें। पवार ने कहा कि किसानों के खेतों में खड़े अधिशेष गन्ने की पेराई के लिए सभी एजेंसियां समन्वित तरीके से काम करें। इससे गन्ने की अधिकता पर सवाल खड़ा होता है। गर्मी की बढ़ती तीव्रता गन्ना श्रमिकों की दक्षता को प्रभावित कर रही है। अगले साल भी अधिक गन्ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
 
1171 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पिराई की जा चुकी

बैठक के बाद चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा कि राज्य में अब तक लगभग 1171 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पिराई की जा चुकी है। मराठवाड़ा में कुल 130 लाख मीट्रिक टन गन्ना बचा है जो अन्य जगहों पर करीब 60 लाख 70 लाख है। पिछले साल इसी दिन मिलों द्वारा लगभग 981 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पेराई की गई थी यानी अब तक राज्यों में मिलों द्वारा 190 लाख मीट्रिक टन से अधिक गन्ना पेराई का काम पूरा किया जा चुका है। अकेले मराठवाड़ा में गन्ने की खेती पिछले साल की तुलना में लगभग 90,000 हेक्टेयर बढ़ी है।

130 लाख मीट्रिक टन उच्च चीनी उत्पादन की उम्मीद

सीजन के अंत तक, राज्य में लगभग 13 लाख मीट्रिक टन गन्ना और लगभग 130 लाख मीट्रिक टन उच्च चीनी उत्पादन की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि, उगते सूरज से गन्ने के वजन और इसकी चीनी सामग्री को और कम करने की उम्मीद है। बता दें कि, डिप्टी सीएम के साथ बैठक में राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात,सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल,जन स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे,चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख,राष्ट्रीय सहकारी चीनी कारखाना महासंघ के अध्यक्ष जयप्रकाश दांडेगांवकर,योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन गडरे,वित्त विभाग के प्रधान सचिव ओ.पी गुप्ता,चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़,चीनी संघ के उपाध्यक्ष अबसाहेब पाटिल,प्रबंध निदेशक संजय खताल,वेस्ट इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (विस्मा) के अध्यक्ष बी.बी थोम्ब्रे समेच अन्य गणमान्य लोग शामिल रहे।

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