नई दिल्ली: खगोलविदों और शौकिया स्काईवॉचर्स को इस महीने इस सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse 2021) देखने को मिलेगा। अब से दो सप्ताह, यानि 19 नवंबर (कार्तिक पूर्णिमा) को, पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरेगी, जिससे चंद्रमा की सतह पर एक छाया बन जाएगी। नासा ने कहा कि पूर्ण चंद्रग्रहण (Chandra Grahan 2021) दोपहर 1:30 बजे के बाद चरम पर होगा, जब पृथ्वी सूर्य की किरणों से पूर्णिमा का 97 प्रतिशत भाग छिप जाएगा। इस शानदार खगोलीय घटना के दौरान, चंद्रमा लाल रंग का हो जाएगा। यह भारत के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण केवल उन्हीं जगहों पर दिखाई देगा जहां चंद्रमा क्षितिज से ऊपर होता है। असम और अरुणाचल प्रदेश सहित भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के लोग इस खगोलीय घटना को देख सकते हैं। इसे उत्तरी अमेरिका के लोग बेहतर तरीके से देख सकेंगे। अमेरिका के सभी 50 राज्य और मेक्सिको में रहने वाले लोग इसे देख सकेंगे। यह ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया, उत्तरी यूरोप और प्रशांत महासागर क्षेत्र में भी दिखाई देगा।
नासा के अनुसार, आंशिक चंद्र ग्रहण 3 घंटे, 28 मिनट और 23 सेकंड तक चलेगा जो 2001 और 2100 के बीच किसी भी अन्य ग्रहण की तुलना में अधिक लंबा होगा। नासा ने कहा कि 21वीं सदी में पृथ्वी पर कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे। अधिकतर, एक महीने में दो चंद्र ग्रहण होंगे, लेकिन तीन ग्रहण भी हो सकते हैं।