साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 3 बजकर 7 मिनट पर खत्म हुआ। सूर्य ग्रहक भारतीय समय के मुताबिक सुबह तकरीबन 10.59 पर शुरू हुआ था तब आंशिक सूर्य ग्रहण था। वहीं, दोपहर साढ़े 12 बजे बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण शुरू हुआ था।
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 3 बजकर 7 मिनट पर खत्म हुआ। सूर्य ग्रहक भारतीय समय के मुताबिक सुबह तकरीबन 10.59 पर शुरू हुआ था तब आंशिक सूर्य ग्रहण था। वहीं, दोपहर साढ़े 12 बजे बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण शुरू हुआ था।
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 3 बजकर 7 मिनट पर खत्म हुआ। सूर्य ग्रहक भारतीय समय के मुताबिक सुबह तकरीबन 10.59 पर शुरू हुआ था तब आंशिक सूर्य ग्रहण था। वहीं, दोपहर साढ़े 12 बजे बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण शुरू हुआ था।
सूर्य ग्रहण की शुरुआत आज सुबह 11 बजे के करीब हुई थी। फिलहाल ग्रहण जारी है। ये ग्रहण दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर ग्रहण खत्म हो जाएगा।
साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण जारी है। वहीं, आपको बता दें साल 2022 में पहला सूर्यग्रहण 30 अप्रैल, शनिवार 2022 को होगा. इसका समय दोपहर 12:15 से सायं 04:07 बजे तक रहेगा। ये आंशिक ग्रहण होगा. ये ग्रहण दक्षिणी/पश्चिमी अमेरिका, पेसिफिक अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा।
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। ये करीब 11 बजे शुरू हुआ है। ये भारत में दिखाई नहीं दे रहा है। दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर ग्रहण अपने चरम पर होगा। इसके बाद दोपहर 01 बजकर 04 मिनट पर पूर्ण ग्रहण का नजारा देखा जा सकता है। इसके बाद धीरे-धीरे ग्रहण समाप्ति की ओर बढ़ेगा।
साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। यह ग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गया है। यह ग्रहण दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा। यह सूर्य ग्रहण करीब 4 घंटे 8 मिनट तक लगा रहेगा। अंटार्कटिका में सूर्य ग्रहण सबसे अच्छा दिखेगा। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों, न्यूजीलैंड और चिली में रहने वाले लोगों को भी ग्रहण की बेहतर झलक देखने को मिल सकती है।
चार दिसंबर यानी आज लगने जा रहा इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिणी अटलांटिक के देशों से देखा जा सकेगा। आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 10:59 बजे शुरू होगा. अधिकतम ग्रहण दोपहर 01:03 बजे लगेगा। सूर्य ग्रहण दोपहर 3:07 बजे बजे समाप्त होगा।
सूर्यग्रहण को यूट्यूब चैनलों पर लाइव देखा जा सकता है। ग्रहण की लाइव स्ट्रीमिंग करने के लिए Virtual Telescop, Timeanddate, CosmoSapiens जैसे चैनल्स पॉपुलर हैं।
जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है तो सूरज की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती हैं, इस घटना को सूर्यग्रहण कहा जाता है। सूर्यग्रहण की धार्मिक मान्यता भी काफी है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य या धार्मिक कार्य नहीं होते हैं। इसका ग्रह और नक्षत्रों पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है जिसके अनेक उपाय भी ज्योतिषाचार्यों द्वारा बताए गए हैं।
आज 4 दिसंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। मार्गशीर्ष अमावस्या पर लगने वाला ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। विश्व के कुछ हिस्सों में ये ग्रहण पूर्ण भी दिखेगा।
पढ़ें विस्तार सें- Surya Grahan 2021 Today Live Updates: आज लगेगा साल का आखिरी ग्रहण, जानें क्या है इसका सूतक काल
सूर्य ग्रहण के दौरान राहु-केतु की बुरी दृष्टि से बचने के लिए इन मंत्रों का जाप करें।
1-ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते,
अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
2- तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन,
हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव
भारत में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा बल्कि एक ध्रुवीय ग्रहण के रूप में दिखाई देगा, जो अंटार्कटिका महाद्वीप पर होगा। यह सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका के अलावा दक्षिण अफ्रीका और दक्षिणी अटलांटिक, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया के देशों से दिखाई देगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या का साथ-साथ होना एक बड़ा संयोग है जिसका ग्रह-नक्षत्रों में प्रभाव पड़ेगा।
सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगने जा रहा है। चूंकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए यहां इसका सूतक काल नहीं माना जाएगा। वैसे आम तौर पर धार्मिक मान्यताओं के आधार पर सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। सूतक काल में किसी तरह के धार्मिक कार्य, पूजा नहीं हो सकती है।
कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021) के दौरान सूर्य देव की आराधना करनी चाहिए। इसके साथ ही आप भगवान शिव के किसी भी मंत्र का जाप कर सकते हैं और ऐसा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। आप चाहें जो महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर सक सकते हैं। ग्रहण की समाप्ति के बाद कुछ ना कुछ दान अवश्य करें।
भारतीय समय के अनुसार ग्रहण की शुरुआत सुबह 10 बजकर 59 मिनट से होगी और इसकी समाप्ति दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर होगी। ग्रहण काल की कुल अवधि 4 घंटे 4 मिनट की होगी। हालांकि भारत से ये ग्रहण नहीं दिखाई देगा।
पूर्ण सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर को सुबह 10:59 बजे से दोपहर 03:07 बजे तक रहेगा। यानी कि करीब साढ़े पांच घंटे तक दुनिया के अलग अलग हिस्सों में पूर्ण, आंशिक खगोलीय घटना का लोग दीदार कर सकेंगे।
पूर्ण सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका के अलावा केवल दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिणी अटलांटिक के देशों में दिखाई देगा। इस बार भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा।
नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार, "कुल सूर्य ग्रहण के दौरान जब चंद्रमा की डिस्क पूरी तरह से सूर्य को ढक लेती है, तो शानदार कोरोना केवल विद्युत चुम्बकीय विकिरण उत्सर्जित करता है, हालांकि कभी-कभी हरे रंग के साथ। वैज्ञानिकों ने सदियों से इस विकिरण का अध्ययन किया है।
चार दिसंबर को इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। दक्षिणी गोलार्ध के ज्यादातर हिस्सों में अनुपम खगोलीय घटना नजर आएगी। हालांकि भारत में यह नजर नहीं आएगा।
NASA के वैज्ञानिकों के अनुसार इस मिथक को खारीज किया है कि पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान हानिकारक किरणें निकलती हैं जो तैयार किए गए भोजन को जहर बना देती हैं। अगर ऐसा होता तो पैंट्री में रखा खाना और खेत की फसलें भी प्रदूषित हो जातीं।