हुनमान चालीसा पढ़ते समय आपने ये चौपाई जरूर पढ़ी होगी। “अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता, अस बार दीन जानकी माता”। अष्ट सिद्धी और नौ निधि भगवान हनुमान की शक्तियां है और इन शक्तियों में कई चमत्कार छुपे हुए हैं। हुनमान जी को हालांकि ये सारी शक्तियां देवी-देवताओं से आशीर्वाद स्वरूप मिली हैं, लेकिन इन शक्तियों का चमत्कार क्या है और इन शक्तियों में क्या समहित है इस बात से भक्त अनजान होते हैं। बजरंबली को महाशक्तिशाली देवता माना गया है और इनकी शक्तियां हमेशा ही जागृत रहती हैं। तो आए आज हनुमान जी के इन अष्ट सिद्ध और नौ निधियों के बारे में जानें।
हनुमान जी को रुद्रावतार माना जाता है। राम को विष्णु और सीता को लक्ष्मी तथा लक्ष्मण को शेषनाग का अवतार माना जाता है। हनुमान क्योंकि श्री राम के भक्त थे और सीता ने हनुमान की भक्ति को देखने के बाद ही आठ सिद्धियों और नौ निधियों के स्वामी होने का आशीर्वाद दिया था। कहा जाता है यदि हनुमान जी अपने भक्त पर प्रसन्न हो जाएं तो वह भी अपने भक्तों को इन शक्तियों का आशीर्वाद देते हैं। ये शक्तियां बहुत शक्तिशाली मानी गई हैं। हनुमान जी ने इन्हीं शक्तियों के बल पर समुद्र को लांघ लिया था। लंका को जला दिया और संजीवीनी पर्वत ही उठा लाए थे।
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