जन्माष्टमी पूजा के लिए क्या आपने सारी सामग्री आपने खरीद ली है? श्रीकृष्ण की पूजा में बहुत सी सामग्रियों की आवश्यकता होती है। कई बार पूजा पर बैठने के बाद याद आता है कि कुछ चीजें छूट गई हैं। इसलिए जरूरी है कि पूजा की सारी सामग्री को ध्यान से खरीदा जाएं। आपकी सुविधा के लिए यहां पूजा से जुड़ी हर सामग्री की जानकारी दी जा रही है। आप अपनी पूजन सामग्री से इस लिस्ट का मिलान कर सकते हैं। भगवान की पूजा में किसी चीज की कमी न हो इसके लिए पहले से ही तैयारी कर लें।
यहां, देखें जन्माष्टमी से जुड़ी पूजा की सारी सामग्री का लिस्ट
धूप बत्ती, अगरबत्ती, कपूर, केसर, चंदन, यज्ञोपवीत 5, कुमकुम, अक्षत, अबीर, गुलाल, अभ्रक, हल्दी, आभूषण, नाड़ा, रुई, रोली, सिंदूर, सुपारी, पान के पत्ते, पुष्पमाला, कमलगट्टे, तुलसीमाला, खड़ा धनिया, सप्तमृत्तिका, सप्तधान, कुशा व दूर्वा, पंच मेवा, गंगाजल, शहद, शक्कर, तुलसी दल, शुद्ध घी, दही, दूध, ऋतुफल, नैवेद्य या मिष्ठान्न, (पेड़ा, मक्खन, मिश्री, मालपुआ,लड्डू आदि), इलायची (छोटी), लौंग मौली, इत्र की शीशी, सिंहासन, बाजोट या झूला (चौकी, आसन), पंच पल्लव, (बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते), पंचामृत, केले के पत्ते, औषधि, (जटामांसी, शिलाजीत आदि), श्रीकृष्ण की प्रतिमा या तस्वीर, गणेशजी की तस्वीर, अम्बिका जी की तस्वीर, भगवान के वस्त्र, गणेशजी को अर्पित करने के लिए वस्त्र, अम्बिका को अर्पित करने के लिए वस्त्र, जल कलश (चांदी, तांबे या मिट्टी का), सफेद कपड़ा (करीब आधा मीटर), लाल कपड़ा (करीब आधा मीटर), पंच रत्न (सामर्थ्य अनुसार), दीपक, बड़े दीपक के लिए तेल, बन्दनवार, ताम्बूल ( ताम्बूल सामग्री : लौंग लगा पान का बीड़ा), नारियल, चावल, गेहूं, गुलाब और लाल कमल के फूल, हल्दी की गांठ, दूर्वा, अर्घ्य पात्र आदि।
झांकी सजाने के लिए जरूरी सामग्री
जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के जवीन से जुड़ी झांकी सजाने का धार्मिक महत्व भी है। इसे सजाने के लिए भक्तों के प्रेम और श्रद्धा को देख प्रभु का भरपूर आशीर्वाद मिलता है। झांकी सजानें के लिए प्रमुख रूप से जिन सामग्री की जरूरत होती है, वह इस प्रकार से हैं। हाथी, गाय, मोर, बांसुरी, मोरपंख, छोटी मटकियां, रंगोली, बाल-गोपाल, खेल-खिलौने, लकड़ी के रंगीन बुरादे, गोपियों की टोली, पेड़-पौधो, झाड़ियां, पहाड़ के लिए पत्थर, नदी के लिए रुई आदि।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल