महादेव का सबसे शक्तिशाली मंत्र महामृत्युंजय मंत्र है एयर सावन में इस मंत्र के जाप से न केवल अकाल मृत्यु के भय को दूर किया जा सकता है बल्कि कई तरह की समस्या से भी मुक्ति पाई जा सकती है। मृत्यु को जीतने वाला यह मंत्र सबसे फलदायक माना जाता है। पुराणों में वर्णित है की यदि मात्र सावन माह में ही इस मंत्र का जाप कोई कर ले तो उसकी असाध्य से कार्य भी पूरे हो जाते हैं। तो चलिए आपको महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने के फायदे व सही तरीका बताते हैं।
Mahamrityunjaya Mantra ka Mahatva: महामृत्युंजय मंत्र का महत्व
महामृत्युंजय मंत्र को त्रयंबकम मंत्र के नाम से भी जाना जाता है। यजुर्वेद में उल्लेख है की यह मंत्र भगवान शिव की स्तुति का सबसे ताकतवर मंत्र है। इस मंत्र का जाप करने वाला व्यक्ति रोगमुक्त रहता है और मोक्ष का भागी बनता है। इसके अतिरिक्त भी इस मंत्र के जाप से असीम मनोकामना पूर्ण होती है।
Mahamrityunjaya Mantra Lyrics in Hindi : ये है महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
Mahamrityunjaya Mantra Jaap ke Niyam : कितनी बार करना चाहिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप?
महामृत्युंजय मंत्र का जाप कम से कम सवा लाख बार किया जाना चाहिए, लेकिन कम से कम 108 बार इसका जाप सावन में जरूर करना चाहिए।
यदि मनुष्य रोज इस महामृत्युंजय मंत्र का जाप कर ले तो उसकी आयु बढ़ती है। साथ ही यह मंत्र बीमारियों को भी दूर रखने के साथ कैन और मनोकामनाओं को भी पूरा करने वाला होता है।
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