Mangala Gauri Vrat 2020 : ऐसे करें सावन का दूसरा मंगला गौरी व्रत, सौभाग्‍य के ल‍िए पूजा में चढ़ाएं ये 5 चीजें

Mangla Gauri Puja in Sawan : सावन मास का आज दूसरा मंगला गौरी व्रत है। मंगलवार के दिन देवी पार्वती की पूजा में मात्र पांच चीजें चढ़ाने भर से जीवन के सारे सुख आपकी झोली में आ सकते हैं।

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मुख्य बातें
  • सावन के हर मंगलवार को सुहागिनें रखती हैं मंगला गौरी व्रत
  • मंगला गौरी का व्रत अखंड सुहाग और संतान सुरक्षा के लिए होता है
  • मंगला गौरी की पूजा में 16 की संख्या में चढ़ावा चढ़ता है

सावन के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत का विधान होता है। ये व्रत देवी पार्वती को समर्पित है। इस दिन देवी की पूजा और व्रत के साथ यदि पांच चीजें भी सुहागिनें चढ़ा दें तो उनके भाग्य के दरवाजे खुल सकते हैं। ये पांच चीजें चढ़ाने से उनके जीवन के हर कष्ट दूर हो सकते हैं और सुख की प्राप्ति होती है।

मंगला गौरी व्रत में देवी पार्वती को जो कुछ भी चढ़ाया जाता है, उसकी संख्या 16 होनी चाहिए, लेकिन इस पूजा के बाद पांच चीजों को चढ़ाने विधान है। तो सर्वप्रथम यह जानें की मंगला गौरी पूजा कैसे करनी चाहिए और उनकी पूजा में क्या चढ़ाना चाहिए। उसके बाद पांच चीजों को चढ़ाने के बारे में जानें।

Mangala Gauri Vrat : मंगला गौरी को चढ़ाएं ये चीजें

यह व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और संतान की सुरक्षा के लिए रखती हैं। इस व्रत को रखने से वैवाहिक जीवन से जुड़ी सारी ही समस्याएं दूर हो जाती हैं। मंगलवार के दिन मंगला गौरी की पूजा में सुहाग की चीजें चढ़ाई जाती हैं। मंगला गौरी की पूजा में मां गौरी को 16 साड़ी, 16 श्रृंगार की वस्तुएं, 16 चूडियां और 16 सूखे मेवे, 16 भोग आदि।

Mangala Gauri Vrat Puja : ऐसे करें देवी की पूजा

मंगलवार सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प लें और पूजा करें। इसके लिए पूजा स्थान पर मां गौरी की तस्वीर एक चौकी पर स्थापित कर दें। दीप जलाकर मां गौरी का षोडशोपचार पूजन करें। फिर उनको 16 श्रृंगार के सामान और साड़ी चढ़ाएं। पूजा के बाद देवी की आरती करें और भोग लगाएं।

what to offer in Mangala Gauri Vrat Puja : शाम को चढ़ाएं ये पांच चीजें, मिलेगा सुख और सौभाग्य

  1. मंगला गौरी की विधिवत पूजा तो सुबह करने के बाद शाम को जब सूर्यास्त हो जाए तो देवी के समक्ष दीप जलाएं। इसके बाद देवी के समक्ष इन चीजों को चढ़ाएं।
  2. एक लाल वस्त्र में दो मुट्ठी मसूर की दाल चढ़ाएं। इसके बाद इस दाल को किसी गरीब को दान दे दें। ऐसा करने से आपके जीवन में सुख और सौभाग्य बना रहेगा।
  3. देवी की पूजा में पांच लाल मिठाई चढ़ाएं और इसे पांच सुहागिन महिला में बांट दें। इससे आपका सुहाग बना रहेगा और देवी की कृपा भी।
  4. श्री मंगला गौरी मंत्र- ॐ गौरीशंकराय नमः के साथ देवी को श्रृंगार से जुड़े पांच जोड़े सामान चढ़ाएं और इन पांच सामान को आप किसी गरीब सुहागिन को बांट दें। ऐसा करने से आपके घर पर आने वाला संकट दूर हो जाएगा।
  5. लाल कपड़े में सौंफ बांधकर पहले देवी को चढ़ाएं और पूजा के बाद इसे अपने बेडरूम में रख लें।ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ेगा।
  6. देवी की पूजा में आप हलवे का भोग लगाएं और इस भोग को जितना हो सकें बांट दें। इससे संतान और सुहाग दोनों हमेशा सुरक्षित रहेंगे।

मंगला गौरी की पूजा में इन पांच चीजों में से किसी एक चीज को ही चढ़ाएं। याद रखें ये पूजा शाम के समय ही करनी चाहिए।

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