Mansa Devi Mandir: चमत्‍कारी है मनसा देवी का मंदिर, यहां धागा बांधने से पूरी होती है हर मनोकामना

हिंदू समाज के लोग मां मनसा की पूजा श्रद्धा भाव से करते हैं। सनातन धर्म के देवी-देवताओं में से मां मनसा एक हैं। कहा जाता है कि जो भक्त मां मनसा के दर्शन करता है उसके सभी दुख-दर्द दूर होते हैं। 

Mansa Devi Mandir
Mansa Devi Mandir 
मुख्य बातें
  • भगवान शंकर की बेटी हैं माता मनसा
  • जगत्कारू से हुइ थी मां मनसा की शादी
  • बहुत चमतकारी है मनसा देवी का मंदिर

Mansa Devi Mandir Haridwar: मान्यताओं के अनुसार मनसा देवी का मंदिर बहुत ही प्रभावी माना जाता है। कहा जाता है कि मनसा देवी के दर्शन करने से सभी पीड़ा दूर होती है और मां मनसा की असीम कृपा प्राप्त होती है। हिंदू धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि मां मनसा भगवान शिव की बेटी हैं जिनकी शादी जगत्कारू से हुइ थी। ऐसा माना जाता है कि मनसा देवी का एक पुत्र था जिसका नाम आस्तिक था।

कई ज्ञानी लोग यह बताते हैं की मनसा देवी नागो के राजा नागराज वासुकी की बहन भी थीं। मनसा देवी का मंदिर शिवालिक पहाड़ियों पर बसा हुआ है जो हरिद्वार से 3 किलोमिटर की दूरी पर स्थित है। हर साल यहां मां मनसा देवी के दर्शन करने के लिए हजारों लोग पहुंचते हैं। कहा जाता है कि यहां धागा बांधने से इच्छाएं पूरी होती हैं। यहां जानिए मां मनसा देवी के मंदिर का महत्व, पहुंचने का साधन और मंदिर के खुलने का समय।

मां मनसा देवी मंदिर का महत्व

मनसा देवी के मंदिर में दो मूर्तियां मौजूद हैं जो बेहद खूबसूरत हैं, यह मूर्तियां मां मनसा के शक्ति का प्रतिबिंब हैं। मां की एक मूर्ति में पांच भुजाएं और तीन मुंह बनाया गया है वहीं दूसरी मूर्ती आठ भुजाओं से युक्त है। मनसा देवी का मंदिर 52 शक्तिपीठों मे शामिल है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह कहा जाता है कि मां मनसा कश्यप ऋषि के मन से जन्म ली थीं इसलिए उनका नाम मनसा पड़ा। नाम से पता चलता है कि मां मनसा अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। लोग अपनी मान्यताओं को पूरा करने के लिए दूर-दराज के इलाकों से यहां आते हैं और पेड़ की टहनियों पर धागा बांधते हैं और जब उनकी इच्छाओं को मां मनसा पूरा कर देती हैं तो लोग यहां वापस आकर धागे को खोल देते हैं। 

कैसे पहुंचे मां मनसा देवी के मंदिर?

मां मनसा देवी का मंदिर शिवालिक पहाड़ियों पर स्थित है। यहां का दृश्य बहुत मनोरम है, यहां आने वाले श्रद्धालु मां मनसा देवी की भक्ति में लीन रहते हैं। यह मंदिर हरिद्वार शहर से करीब 3 किलोमोटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप इस मंदिर का दर्शन करना चाहते हैं तो यहां आने के लिए आपको कार लेनी पड़ेगी। जो लोग पैदल आने का रास्ता चुनते हैं उन्हें एक-दो किलोमिटर तक पैदल चलना पड़ता है। यहां कार को उड़नखटोला कहा जाता है। 

कब खुलते हैं मंदिर के कपाट?

मां मनसा के मंदिर के कपाट सुबह 8 बजे खोला जाता है और 5 बजे बंद कर दिया जाता है। अगर आप मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको सुबह जल्दी अपना सफर शुरु करना चाहिए। दोपहर में इस मंदिर को 12 से लेकर 2 बजे तक बंद रखा जाता है। 

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