भोले भंडारी को सावन का पूरा महीना समर्पित होता है, लेकिन कुछ ज्योतिषाचार्य सावन का शुभारंभ सौर श्रावण मास से ही मानते हैं। उनकी मान्यता है कि जब सूर्य कर्क राशि में गोचर करता है, तब असल मायने में सावन शुरू होता है। सावन में भोलेनाथ और मां पार्वती की पूजा का विधान है। सावन में भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा करने से मन की हर इच्छा पूरी होती है।
Saur Shravan Maas Prarambh Date, सौर श्रावन मास प्रारंभ
सौर श्रावण मास से सावन का सबसे शक्तिशाली दिन शुरू होते हैं, इसलिए इस दिन खास तरह से पूजा करनी चाहिए। सौर मास श्रावण की शुरुआत 17 जुलाई से हो रहा है। इसलिए सौर श्रावण मास में राशि के अनुसार शिवजी को कुछ चीजें चढ़ानी चाहिए। इससे मनोकामना पूर्ति या कष्ट मुक्ति की संभावना अधिक हो जाती है।
सौर श्रावन मास : राशि के अनुसार शिवजी को क्या चढ़ाएं और इससे क्या मिलेगा लाभ
सौर श्रावण मास में शिवजी को यदि राशि के अनुसार ये उपाय किए जाएं तो मनुष्य की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इस दौरान सच्चे और निष्फल मन से शिव पूजन करना चाहिए।
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