सावन मास 2020 अपने साथ कुछ ऐसे संजोग लेकर आया है कि ज्योतिष गणना में ऐसे ग्रह और नक्षत्र पिछली 3 सदियों में नहीं बने हैं। सावन की शुरुआत और समापन एक ही नक्षत्र में हो रहा है। वहीं सोमवार को आने वाली अमावस्या अपने में खासा महत्व रखती है, वह भी सावन के मास में पड़ेगी। यही नहीं, इस मास में शिव जी को ही समर्पित प्रदोष व्रत भी दो आ रहे हैं और दोनों ही शनिवार को हैं।
Sawan 2020 start and end date Nakshatra
श्रावण माह का प्रथम सोमवार 06 जुलाई को है। इस तारीख से प्रारम्भ होकर सावन मास 03 अगस्त तक रहेगा। सावन मास के शुरू होने और समाप्त होने वाली दोनों ही तारीखों पर उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है।
Sawan 2020 Pradosh Vrat
इस वर्ष श्रावण माह में 05 सोमवार तथा 02 शनि प्रदोष व्रत पड़ेंगे। दिनांक 06 जुलाई को चन्द्रमा शनि के साथ रहेंगे। दोनों मकर राशि में रहेंगे। यह शनि दोष को समाप्त करने का अद्धभुत संयोग है। मकर में शनि होने के कारण धनु,मकर व कुंम्भ शनि की साढ़े साती के प्रभाव में रहेंगे। दिनांक 06 तथा 07 जुलाई को इसके पूजा पाठ का विशेष फल मिलेगा। कष्टों से मुक्ति मिलेगी।
Sawan 2020 Somavati Amavsya
13 जुलाई को रेवती नक्षत्र रहेगा तथा कौलव करण होगा।13 जुलाई को रूद्राभिषेक का अनन्त फल है। महामृत्युंजय पूजा इस दिन विशेष फलदायी है। 20 जुलाई को हरियाली सोमवाती अमावस्या है! जो अमावस्या सोमवार को पड़ती है, उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। इस दिन पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा। यह तांत्रिक उपासना का समय है। इस दिन भगवान शिव की पूजा के साथ साथ माता पार्वती की उपासना का श्रेष्ठ समय रहेगा। सोमवती अमावस्या को रात्रि में माता काली की पूजा करें व नारियल अर्पित करें। सोमवार को पुष्य नक्षत्र है इसीलिए इसे सोमपुष्य भी कहते हैं।
Sawan 2020 Shravan Nakshatra in Rakshabandhan
20 जुलाई को मध्य रात्रि में माता काली जी की उपासना करें। 27 जुलाई को चित्रा नक्षत्र होने से बहुत ही शुभ स्थिति बनेगी। अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन है। इस दिन श्रवण नक्षत्र का होना बहुत ही शुभ है। इस दिन भगवान शिव उपासना के साथ साथ विष्णु उपासना भी की जाती है।
Sawan 2020 Kark Sankranti
इस प्रकार इस वर्ष का श्रावण माह बहुत ही शुभ है। अभी गुरु भी अपनी राशि धनु में है। शनि मकर व शुक्र वृष राशि में है। सूर्य व बुध राहु के साथ मिथुन राशि में है। 15 जुलाई यानी तीसरे सोमवार को सूर्य चन्द्रमा की राशि कर्क में आ जाएंगे। ये ग्रह स्थितियां भी बहुत शुभ है। इस समय भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभर कर आएगा। 15 जुलाई के बाद भगवान शिव के आशीर्वाद से कर्क का सूर्य कुछ राहत देगा। इस प्रकार इस श्रावण माह में भगवान शिव की विधिवत उपासना करें। व्रत रहें और दान पुण्य करें।
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