Somvar Lord Shiva Mantra in Hindi: सोमवार का दिन भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय होता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन आदि देव महादेव की भक्ति में तल्लीन होकर पूजा अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सभी देवी देवताओं में सबसे सरल स्वभाव के देवता भोलेनाथ को माना जाता है। महादेव भक्तों की प्रार्थना से बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं, इसी कारण इन्हें आशुतोष भी कहा जाता है। वैसे तो धर्मग्रंथो में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए कई स्तुतियां हैं, लेकिन आज हम आपको भोलेनाथ के ऐसे मंत्रों से रूबरू करवाएंगे, जिसके उच्चारण मात्र से भोलेनाथ को प्रसन्न किया जा सकता है। यदि आप किसी कारणवश भोलेनाथ की पूजा नहीं कर पाते, तो इन मंत्रों से ही पूरा फल प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में आइए एक नजर डालते हैंभो भोलेनाथ के मंत्रों पर।
शिव नामावली मंत्र
भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए नामावली मंत्र शुभ माना जाता है। सोमवार की पूजा करते समय नामावली मंत्रों का जाप करने से भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होते हैं और सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है तथा मानसिक तनाव कम होता है। नियमित तौर पर सुबह शाम 108 बार नामावली मंत्रों का जाप करना अधिक फलदायी माना जाता है। ऐसे में आइए नजर डालते हैं भोलेनाथ के नामावली मंत्रों पर।
।। श्री शिवाय नम:।।
।। श्री शंकराय नम:।।
।। श्री महेश्वराय नम:।।
।। श्री सांबसदाशिवाय नम:।।
।। श्री रुद्राय नम:।।
।। ओम पार्वतीपतये नम:।।
।। ओम नमो नीलकण्ठाय नम:।।
शिव पंचाक्षर मंत्र
ओम नम: शिवाय
भगवान शिव की पूजा करते समय अक्सर आप शिव पंचाक्षर का जाप करते हैं, लेकिन शायद ही आपको पता होगा कि यह शिव पंचाक्षर मंत्र है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मानव जाति के कल्याण के लिए शिव पंचाक्षर की उत्पत्ति हुई। इसका जप करने से समस्त पापों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसके अलावा गायत्री मंत्र का जाप करने से भी भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्तों के समस्त कष्टों का निवारण करते हैं।
शिव गायत्री मंत्र
।। ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात ।।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गायत्री मंत्र का जाप करने से मन शांत और एकाग्र रहता है। तथा पितृ दोष, कालसर्प दोष, राहु केतु तथा शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती और भोलेनाथ की कृपा सदैव अपने भक्तों पर बनी रहती है।
पूजा से पूर्व भोलेनाथ को प्रसन्न करने का मंत्र
नम: शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।। ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
शिव जी को प्रसन्न करना है तो इस मंत्र का जाप पूजन से पहले करें।
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