Pitru Paksha Vastu: घर में लगा रहे हैं पूर्वजों की फोटो, तो वास्तु के इन नियमों का रखें ध्यान

Pitru Paksha Vastu Niyam : घर में अक्सर हमारे पूर्वजों की तस्वीरें दीवारों पर टंगी रहती हैं, लेकिन आपको पता है कि वास्तु के अनुसार इनका स्थान कहा है? क्योंकि यदि दिशा सही न हो तो वास्तुदोष लगता है।

Pitru Paksha Vastu Niyam, पितृपक्ष में जानें वास्तु के नियम
Pitru Paksha Vastu Niyam, पितृपक्ष में जानें वास्तु के नियम 
मुख्य बातें
  • पितरों की तस्वीर उत्तर दिशा की दीवार पर लगाएं,
  • दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी गई है
  • मंदिर में नहीं लगानी चाहिए पितरों की तस्वीर

हर घर में हमारे उन प्रिय लोगों की तस्वीरें जरूर होती हैं, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनकी तस्वीरें हमें उनकी मौजूदगी की अहसास कराती हैं। पूर्वजों की तस्वीरें घर में रखना एक अच्छी निशानी हैं,क्योंकि पूर्वजों की पूजा करना भी हमारे शास्त्रों में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यदि पूर्वजों की पूजा न की जाए तो वह उनका अपमान होता है। इसलिए पूर्वजों की तस्वीरें घर में जरूर रखें और पूजा भी करें, लेकिन तस्वीर रखने और पूजा करने से जुड़े कुछ वास्तु नियम जरूर जान लें, क्योंकि यदि तस्वीरें सही दिशा और स्थान पर न हों तो इससे वास्तु दोष लगता है।

यही नहीं देवता और पितृदेव का स्थान से जुुड़ी बातें भी जाननी चाहिए। अन्यथा आपकी छोटी सी चूक आप पर भारी पड़ सकती है। तो आइए, आपको इससे जुड़ी सारी जानकारी से अवगत कराएं।

घर में पूर्वजों की तस्वीर लगाते समय इन बातों का रखें ध्यान

कभी न लटकाएं पूर्वजों की तस्वीर

वास्तु शास्त्र में उल्लेखित है कि घर में आप जब भी अपने पितरों की तस्वीर लगाएं उसे दीवार पर लटका कर नहीं टांगना चाहिए। पूर्वजों की तस्वीरों को टांगना अशुभ और अपमान करने वाला माना गया है। उनकी तस्वीरों को हमेशा फ्रेम में लगाकर शेल्फ या टेबल पर रखना चाहिए।

घर में पुरखों की ज्यादा तस्वीरें न लगाएं

एक बात हमेशा ध्यान रखें कि बहुत ज्यादा पितरों की तस्वीरे घर में न रखें। यदि हैं तो आप चाहे तो उनका कोलाज बना कर एक साथ फ्रेम करा लें अथवा अलग-अलग स्थानों पर रखें। एक ही जगह पर सारी तस्वीरों को न रखें। वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों की तस्वीर हमेशा ऐसे स्थान पर रखें, जहां बाहरी लोगों की नजर न जाएं। बाहरी व्यक्ति की नजर पड़ने से नकारात्मकता पैदा होती है।

घर में मंदिर में न लगाएं पितरों की तस्वीर

यदि आप अपने पूर्वजों की तस्वीर को मंदिर में रखते हैं तो यह सही नहीं है। देव और पितृ का स्थान अलग-अलग होता है। भले ही पितृ पूजनीय हैं, लेकिन देव उनसे उच्च स्थान रखते हैं। ऐसें में दोनों को एक जगह नहीं रखना चाहिए। पूजा घर में पितरों की तस्वीर लगाने से जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। घर-परिवार में अशांति का माहौल बनता है।

वे स्थान, जहां नहीं लगानी चाहिए पितरों की तस्वीर

बेडरूम, घर मध्य स्थान या किचन घर में भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। इस स्थान पर उनकी तस्वीर लगाने से घर में विवाद, झगड़े और अलगाव बढ़ता है। उनकी तस्वीर आप ऐसी स्थान पर हाल या मुख्य बैठक में लगा सकते हैं, लेकिन तस्वीर को कवर करने का भी इंतजाम जरूर करें। ताकि उस पर हर किसी की नजर न पड़े।

पितरों के फोटो के साथ ऐसी तस्वीर भी न लगाएं

वास्तु शास्त्र में पितरों की तस्वीर के साथ जीवित लोगों की तस्वीर लगाने की भी मनाही है। ऐसा करने से जीवित लोगों की आयु कम होती है और उनके जीवन पर संकट आने की आशंका बनी रहती है।

जानें, तस्वीर लगाने की सही दिशा

पितरों की तस्वीर वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा की ओर लगाना चाहिए। दक्षिण दिशा पितरों की दिशा होती है। इसलिए तस्वीर ऐसे लगाएं की पितरों का मुख दक्षिण दिशा की ओर रहे।

वास्तु के इन नियमों को अनुसार घर में लगी पितरों की तस्वीर में बदलाव करें और सुख-समृद्धि के भागी बनें।

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