इस अनोखे मंदिर के फर्श पर सोने से भर जाती है सूनी गोद, माता के दर्शन को लगती है भारी भीड़

धार्मिक स्‍थल
Updated Jan 09, 2020 | 09:00 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Simsa Mata Mandir : सिमसा देवी का यह मंदिर बहुत ही लोकप्रिय है और देशभर से लोग यहां आकर पूजा अर्चना कर संतान सुख प्राप्त करने की कामना करते हैं। 

simsa mata mandir
simsa mata mandir 

देशभर में ऐसे कई प्रसिद्ध मंदिर हैं जिनका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। ये सभी मंदिर किसी ना किसी मान्यता से जुड़े हुए हैं। श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ मंदिरों में जाते हैं और देवी देवताओं की आराधना कर मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। किसी मंदिर में मन की मुराद पूरी हो जाती है तो किसी मंदिर में माथा टेकने से सूनी गोद में किलकारी गूंजने लगती है।
 
हिमाचल प्रदेश में एक ऐसा ही मंदिर है जहां देवी की कृपा से संतान की प्राप्ति होती है। सिमसा देवी का यह मंदिर बहुत ही लोकप्रिय है और देशभर से लोग यहां आकर पूजा अर्चना कर संतान सुख प्राप्त करने की कामना करते हैं। इस मंदिर से जुड़ी कई मान्यताएं हैं जो श्रद्धालुओं को यहां खींच लाती हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर के फर्श पर निःसंतान महिलाओं के सोने से माता की कृपा बरसती है और सूनी गोद भर जाती है।

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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कहां है माता सिमसा का मंदिर
माता सिमसा का मंदिर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के लड़भडोल तहसील के सिमस गांव में है। यह मंदिर बैजनाथ से 25 किलोमीटर और जोगिंदर नगर से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित है। देवी का यह मंदिर कितना प्राचीन है, इसका कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है लेकिन लगभग चार सौ वर्षों से इस मंदिर में महिलाएं संतान की प्राप्ति के लिए माता का आशीर्वाद प्राप्त करने आ रही हैं। इस मंदिर को संतान दात्री का मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर में माता की एक पिंडी विराजमान है जिसकी बड़े धूमधाम से पूजा की जाती है।

ऐसे होती है संतान की प्राप्ति
प्राचीन मान्यता के अनुसार देवी के दर्शन के लिए आने वाली निःसंतान महिलाएं पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ मंदिर परिसर में ही दिन और रात में सोती हैं। माता सिमसा निःसंतान महिला के स्वप्न में आकर उसे मानव या किसी प्रतीक के रुप में दर्शन देती हैं और संतान प्राप्ति का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। इस दौरान यदि महिला को स्वप्न में कंदमूल  या किसी फल की प्राप्ति होती है तो इसका अर्थ है कि उस महिला को संतान जरुर पैदा होगी।

पुत्र होगा या पुत्री
कहा जाता है कि देवी सिमसा स्वप्न में ही संतान के लिंग का भी संकेत देती हैं। मंदिर परिसर में सोयी किसी निःसंतान महिला को यदि सपने में अमरूद का फल मिलता है तो इसका मतलब यह है कि उसे लड़का होगा। अगर महिला को सपने में भिंडी मिलती है तो उसे लड़की होगी। इसके अलावा यदि महिला को सपने में कोई धातु, लकड़ी या वस्तु मिलती है तो इसका अर्थ यह है कि उसे कोई संतान नहीं होगी।

मंदिर का सेलिंद्रा उत्सव है खास
सिमसा माता के मंदिर में नवरात्रि में खास कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इस दौरान यहां सलिन्दरा या सेलिंद्रा उत्सव मनाया जाता है। सेलिन्दरा का अर्थ होता है सपने में आना। कहा जाता है कि यह उत्सव बेहद खास होता है और इस दौरान हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्यों से निःसंतान महिलाएं संतान की इच्छा लेकर इस मंदिर में माता के दर्शन के लिए आती हैं। मंदिर परिसर में सोने के बाद माता की कृपा से संतान का सुख प्राप्त होता है।

इस मंदिर की प्रसिद्धि दूर दूर तक है। कहा जाता है कि जो कोई निःसंतान महिला सच्चे मन से और पूरी श्रद्धा से माता से प्रार्थना करती है, उसकी इच्छा जरूर पूरी होती है।
 

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