संकष्टी चतुर्थी के दिन यदि मनुष्य पूरी श्रद्धा और सच्चे मन से गणपति जी की पूजा करता है तो उसकी सभी मनचाही इच्छाएं पूरी होती है और माना जाता है कि उसके कोई कार्य नहीं रुकते। हर कार्य में उसे सफलता की प्राप्ति होती है। गणपति जी की पूजा सुख-समृद्धि के साथ ज्ञान और धन प्रदान करने वाली होती । इसलिए इस व्रत को करने से मनुष्य को समस्त सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में किसी भी चीज का अभाव नहीं रहता। तो आइए आपको बताएं कि गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर गणपति जी की करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर आज चांद निकलने का समय (Ganadhip Sankashti Chaturthi 2020 moonrise time)
चतुर्थी तिथि आज शाम 7:36 से शुरू होगी और 4 दिसंबर को रात 8:03 तक रहेगी। वहीं आज यानी 3 दिसंबर को संकष्टी पूजन चांद निकलने के साथ होगी। आज रात चांद 8:10 बजे निकलेगा।
गणपति जी की पूजा में रखें इन बातों का ध्यान (Ganadhip Sankashti Chaturthi Puja Vidhi)
श्री गणेश स्तुति (Sri Ganesh Stuti Lyrics in hindi)
गणनायकाय गणदेवताय गणाध्यक्षाय धीमहि।
गुणशरीराय गुणमण्डिताय गुणेशानाय धीमहि।
गुणातीताय गुणाधीशाय गुणप्रविष्टाय धीमहि।
एकदंताय वक्रतुण्डाय गौरीतनयाय धीमहि।
गजेशानाय भालचन्द्राय श्रीगणेशाय धीमहि॥
गानचतुराय गानप्राणाय गानान्तरात्मने।
गानोत्सुकाय गानमत्ताय गानोत्सुकमनसे।
गुरुपूजिताय गुरुदेवताय गुरुकुलस्थायिने।
गुरुविक्रमाय गुह्यप्रवराय गुरवे गुणगुरवे।
गुरुदैत्यगलच्छेत्रे गुरुधर्मसदाराध्याय॥
गणपति जी की पूजा से मनुष्य को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है और सुख-समृद्धि, यश-कीर्ति, वैभव, सफलता और पराक्रम की प्राप्ति होती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल