Navratri Durga Saptashati Paath: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 29 सितंबर से हो चुकी है। पहले दिन मां के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा होती है और इसी दिन घटस्थापना की भी परंपरा है। इस दौरान पूरी श्रद्धा के साथ मां का विधिवत पूजन कई तरह के दोषों से मुक्त करने के साथ ही शुभ फल देने वाला भी होता है। नवरात्रि के दौरान न सिर्फ खान-पान और विचार शुद्ध होने चाहिये बल्कि दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करना अनिवार्य है।
मां को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि में देवी के नौ अलग-अलग रूपों की आराधना और प्रत्येक दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विधान है। मगर ध्यान रखें कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय कुछ नियमों का पालन जरूर करें। यहां जानें दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है...
दुर्गा सप्तशती का एक दिन में पूरा पाठ न कर सकें, तो एक दिन केवल मध्यम चरित्र का और दूसरे दिन शेष 2 चरित्र का पाठ करे। दूसरा विकल्प यह है कि एक दिन में अगर पाठ न हो सके, तो एक, दो, एक चार, दो एक और दो अध्यायों को क्रम से सात दिन में पूरा करें।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल