हिंदू धर्म में एकादशी को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से घर में सुख और शांति का वास होता है। वैसे तो हिंदू धर्म में हर एकादशी का महत्वपूर्ण मानी जाती है, लेकिन पौष माह में पड़ने वाली सफला एकादशी को व्रत रखना और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना स्वास्थ्य और धन के लिए काफी लाभकारी मानी जाती है।
व्रत को करने से सफलता चूमती है कदम
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सफला एकादशी के दिन श्रीहरि की कृपा की भौतिक संपन्नता मनुष्यों को मिलती है। इस दिन विधिपूर्वक व्रत रखने से मनुष्य को अपने जीवन में खुशहाली और सफलता मिलती है। इस वर्ष सफला एकादशी 22 दिसंबर को है।
इस विधि से करें एकादशी के दिन श्री हरि को प्रसन्न
एकादशी के दिन श्री हरि को अर्पित करें ये खास चीजें
सफला एकादशी की व्रत कथा
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि महिष्मान नाम के राजा के चार पुत्र थे। राजा का सबसे बड़ा पुत्र लुम्पक महापापी था। राजा को उसे कुकर्मों का पता लगा तो उन्होंने अपने राज्य से लुम्पक को निकाल दिया। लेकिन लुम्पक समझा नहीं और उसने अपने पिता की नगरी में चोरी करने की ठान ली। वो दिन में राज्य से बाहर रहता था और रात में जाकर चोरी करता था।
उसके पाप बढ़ते जा रहे थे अब वो लोगों को नुकसान भी पहुंचाने लगा था। जिस वन में वो रहता था, वहां वो एक पीपल के पेड़ के नीचे रहता था। पौष माह की दशम तिथि के दिन वो ठंड से बेहोश हो गया। अगले दिन जब उसे होश आया तो कमजोरी के कारण वो कुछ भी नहीं खा पाया और आस पास मिले फल उसने पीपल की जड़ में रख दिए। इस तरह से अनजाने में उससे एकादशी का व्रत पूरा हो गया।
एकादशी के व्रत से भगवान प्रसन्न होते हैं और उसके सभी पाप माफ कर देते हैं। जब उसे पता चलता है कि तो लुम्पक को भी गलती का एहसास होता है और राजा उसको वापस अपना लेते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल