Shiv pooja on karva chauth: जानें करवा चौथ पर शिव-पार्वती पूजन की व‍िध‍ि, म‍िलेगा पति की दीर्घायु का आशीर्वाद

Karwa Chauth Par Shiv-Parvati Ji ka Pujan: करवा चौथ पर भगवान चंद्रदेव के साथ शिव और देवी पार्वती की पूजा होती है। इस दिन सुहागिनों को भगवान शिव की स्तुति और विशेष मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए।

Praise Lord Shiva on Karvachauth, करवाचौथ पर करें शिवजी की ये स्तुति
Praise Lord Shiva on Karvachauth, करवाचौथ पर करें शिवजी की ये स्तुति 
मुख्य बातें
  • करवा चौथ पर भगवान शिव की स्तुति करने से होती है कामना पूरी
  • देवी पार्वती और शिव जी के पूरे परिवार की इस दिन पूजा करनी चाहिए
  • भगवान शंकर के विशेष मंत्र का जाप करवाचौथ पर जरूर करें

करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है और इस व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती के साथ कार्तिकेय, गणपतिजी और चंद्रमा की पूजा की जाती है। सुहागिनें इस दिन निर्जला व्रत करने के बाद शाम के समय देवी पार्वती और भगवान शिव समेत उनके परिवार की पूजा करती है। रात्रि में जब चांद निकलता है तो चंद्र को छलनी में दीप रखकर देखती हैं। फिर जल अर्पित करने के बाद पति को छलनी से देख उनके हाथों से जल पी कर अपना व्रत खोलती हैं। हर सुहागिन महिला इस दिन भगवान से यही कामना करती है कि उनका पति भी भगवान शिव की तरह हो जाए और उसकी आयु लंबी हो। यदि आप भी कोई मनोकामना रखती हैं तो इस दिन भगवान शिव के विशेष मंत्र का जाप और स्तुति पढ़ना बिलकुल न भूलें।

कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व होता है। 4 नंवबर को यह व्रत रखना जाना है। सरगी, पोइया और बाया इस त्योहार की तीन अहम चीजें हैं। इस दिन सुहागिने शाम के समय गोलाई में बैठकर पूजा की थाली को गोल-गोल घुमाती हैं और पूजा की थाल घुमाते हुए महिलाएं करवा के गीत गाती हैं और बाद में यही बैठकर भगवान की पूजा कर कथा सुनती हैं।

ऐसे करें शिव-पार्वती पूजा (Karwa Chauth Shiv Parvati Pujan Vidhi)

करवा चौथ में पूजा के लिए शुद्ध पीली मिट्टी से शिव, गौरी एवं गणेश जी की मूर्ति बना लें। इसके बद चौकी पर लाल वस्त्र बिछा कर भगवान को स्थिपित करें। फिर चौथ देवी यानी देवी पार्वती को सिंदूर, बिंदी, चुनरी पहनाएं और भगवान शिव को चंदन, पुष्प, वस्त्र आदि अर्पित करें। साथ में शिवजी के दोनों पुत्रों की पूजा कर दीवार पर गेरू से फलक बनाकर चावल, हल्दी के आटे को मिलाकर करवा चौथ का चित्र अंकित करें। इसके बाद दूसरे दिन करवा चौथ की पूजा संपन्न होने के बाद घी-बूरे का भोग लगाकर उन्हें विसर्जित कर दें।

शिव स्तुति करने लिए मंत्र का जाप  
नम: शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभाम्।
प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।।
इस मंत्र से शिवा यानी पार्वती जी का षोडशोपचार पूजन करें। इसके पश्चात नम: शिवाय मंत्र से भगवान शिव का और 'षण्मुखाय नम:' से स्वामी कार्तिक का पूजा करें। इसके बाद नैवेद्य के करवे और दक्षिणा ब्राह्मण को देकर चन्द्रमा को अर्घ्य दें। पति के हाथों जल का पान करें और फिर भोजन ग्रहण करें।

करवा चौथ व्रत पूजा के मंत्र

पार्वतीजी का मंत्र

ॐ शिवायै नमः 

शिव का मंत्र  

ॐ नमः शिवाय

स्वामी कार्तिकेय का मंत्र –

ॐ षण्मुखाय नमः

गणेश जी का मंत्र

ॐ गणेशाय नमः

चंद्रमा का पूजन मंत्र

ॐ सोमाय नमः  

करवाचौथ पर भगवान शिव और उनके पूरे परिवार के बीज मंत्र से आराधना करना आपके सारी ही कामनाओं को पूरा कर देगा।

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