कोलकाता: हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के बेटे और भारत की 1975 विश्व कप जीत के नायकों में शामिल अशोक कुमार को मोहन बागान फुटबॉल क्लब के स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में 'लाइफटाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन होगा।
मोहन बागान दिवस हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है। मोहन बागान ने 1911 में इसी दिन आईएफए शील्ड में ईस्ट यॉर्कशायर रेजिमेंट को 2-1 से हराया था। वह खिताब जीतने वाली पहला भारतीय क्लब बना था। मोहन बागान के महासचिव श्रींजय बोस ने एक बयान में कहा, 'हम पुरस्कार की प्रस्तुति और उनके व्यक्तिगत संदेशों को भी रिकॉर्ड करेंगे, जिसे हमारे सोशल मीडिया मंचों पर साझा किया जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'पुरस्कार के लिए चुने गये लोगों में जो व्यक्तिगत रूप से पुरस्कार लेने में सक्षम नहीं है, उन्हें स्थिति सामान्य होने के बाद दिया जाएगा।' अशोक कुमार 60 के दशक के आखिर में मोहन बागान से जुड़े थे और भारतीय हॉकी टीम के लिए चुने जाने से पहले उन्होंने बंगाल की टीम का प्रतिनिधित्व किया था। क्लब से जारी बयान के मुताबिक इस वर्ष गुरबख्श सिंह और पलाश नंदी को मोहन बागान रत्न से सम्मानित किया जाएगा।
मोहन बागान रत्न: गुरबख्श सिंह (हॉकी) और पलाश नंदी (क्रिकेट);
लाइफटाइम अचीवमेंट : अशोक कुमार (हॉकी), प्रणब गांगुली (फुटबॉल), मनोरंजन पोरेल (एथलेटिक्स)
सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर: जोसबा बेतिया (सीनियर);
सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी: सजल बाग (अंडर-18 टीम)।