भुवनेश्वर: स्टार एथलीट दुती चंद 2019 से भुवनेश्वर में रह रही हैं क्योंकि उन्हें परिवार ने बाहर निकाल दिया है। दुती चंद का मानना है कि उनकी सबसे बड़ी बहन सरस्वती घर में सभी फैसले लेती हैं और वह सभी चीजें बिगाड़ रही हैं। एशियाई गेम्स 2018 की सिल्वर मेडलिस्ट को अपने भाई-बहनों की जिंदगी को लेकर डर लग रहा है। टाइम्सनाउ डॉट कॉम से बातचीत करते हुए दुती चंद ने मदद की गुहार लगाई।
स्टार एथलीट ने कहा, 'मेरे भाई ने 2009 में लव मैरिज (प्रेम विवाह) की, तो उसे बाहर निकाल दिया गया। मैं पिछले साल से भुवनेश्वर में रह रही हूं, सिर्फ अपनी सबसे बड़ी बहन के कारण। सिर्फ इसलिए कि मैं अपने ही सेक्स वाली लड़की से संबंध में हूं? उसने मेरे भाई की जिंदगी क्यों बर्बाद की? हम दोनों को घर जाने या अपने माता-पिता से मिलने की अनुमति नहीं है।'
पिछले साल दुती चंद ने खुलासा किया था कि वह समलैंगिक हैं। यहां से उनके घर में परेशानियां शुरू हुईं। जिस घर को बनाने में दुती चंद ने 80 लाख रुपए खर्च किए, उसी घर में उन्हें जाने की इजाजत नहीं। दुती चंद का मानना है कि सबसे बड़ी बहन सरस्वती के कहने पर उन्हें अपना पैतृक घर छोड़ना पड़ा। उनके माता-पिता ने उनसे संबंध तोड़ दिया। दुती को उनके भाई-बहन से मिलने की अनुमति नहीं है। यह सब सरस्वती के कहने पर हुआ।
दुती चंद ने कहा, 'जजपुर में घर बनाने के लिए मैंने अपना पूरा पैसा लगा दिया और अब मेरा उस पर कोई अधिकार ही नहीं बचा? मुझे अपनी छोटी बहनों की चिंता है। मुझे लगता है कि मेरी बड़ी बहन माता-पिता के साथ-साथ उन सभी को को घर से बाहर निकाल देगी। मैं इसलिए ऐसा कह रही हूं ताकि सबसे बड़ी बहन को सबक मिल सके।'
सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए देश में समलैंगिक रिश्तों को आधिकारिक रूप से मान्यता दी थी। दुती चंद ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश का हवाला देते हुए सभी से सवाल किया था कि इसमें गलत क्या है कि अगर कोई लड़की दूसरी लड़की से प्यार करती हो?
बता दें कि दुती चंद ने महिलाओं की 100 मीटर रेस में राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर रखा है। उन्होंने केवल 11.26 सेकंड में 100 मीटर पार किए थे। इसके अलावा 2018 एशियाई गेम्स के दौरान 100 मीटर और 200 मीटर रेस में उन्होंने सिल्वर मेडल जीते।