मेलबर्न: ऑस्ट्रेलियन ओपन में भाग ले रही भारतीय महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। सानिया ने कहा है कि 2022 उनके टेनिस करियर का आखिरी सीजन होगा। ऑस्ट्रेलियन ओपन में बुधवार को 35 वर्षीय सानिया को महिला युगल मुकाबले में हार का सामना करने पड़ा इसके बाद ही उन्होंने संन्यास का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि ये उनका आखिरी सीजन होगा। वो पूरा सीजन खेल पाएंगी या नहीं इस बार में वो समय के साथ फैसला करेंगी।
साल 2003 से अंतरराष्ट्रीय टेनिस कोर्ट में कदम रखने वाली सानिया ने भारत के लिए 6 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते। वो भारत के लिए ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी थीं। उन्हें तीन ग्रैंड स्लैम खिताब महिला युगल में तीन मिक्स्ड डबल्स के रूप में जीते।
बेटे के जन्म के बाद हुआ मुश्किलों से सामना
तीन साल पहले बेटे के जन्म के बाद से टेनिस कोर्ट में वापसी सानिया के लिए आसान नहीं रही है। उन्होंने हालांकि युगल में शानदार खेल दिखाया है लेकिन उनका शरीर उनका साथ नहीं दे पा रहा है। ऐसे में उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया है।
रहीं है युगल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी
सानिया महिला युगल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी रही हैं। अप्रैल 2015 में वो वर्ल्ड रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंची थीं। उन्होंने करियर के शुरुआती दौर में महिला एकल में भी शानदार प्रदर्शन किया और साल 2007 में वर्ल्ड रैंकिंग में 27वें पायदान तक पहुंची लेकिन कलाई की चोट के बाद उनकी करियर ने भी करवट बदली और उन्होंने इसके बाद सिंगल से ज्यादा युगल टेनिस को वरीयता दी और अपने करियर की ऊंचाइयों पर पहुंचीं। वर्तमान में सानिया वर्ल्ड रैंकिंग में 62वें पायदान पर हैं।
ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले दौर में हुईं बाहर
सानिया और यूक्रेन की उनकी जोड़ीदार को महिला युगल के पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा। नादिया किचनोक स्लावानिया की तमारा जिदानसेक और काजा जुवान की जोड़ी से एक घंटे 37 मिनट में 4-6, 6-7(5) से हार गयी किचनोक आज लय में नहीं थी और उन्होंने कई सहज गलतियां की। हालांकि मिक्स्ड डबल्स में अब वो अपना भाग्य आजमाएंगी।
करियर में मिले कई बड़े पुरस्कार
अंतरराष्ट्रीय टेनिस में धमाकेदार अंदाज में एंट्री करने वाले सानिया मिर्जा को 2004 में भारत सरकार ने अर्जुन पुरस्कार से नावाजा था। इसके बाद साल 2005 में डब्लूटीए ने उन्हें न्यूकमर ऑफ द इयर घोषित किया था। साल 2006 में उन्हें पद्मश्री से भारत सरकार ने नवाजा। साल 2015 में उन्हें भारत सरकार ने देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया। 2016 में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया। साल 2016 में विश्व प्रसिद्ध टाइम मैग्जीन ने उन्हें दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में जगह दी थी।