'पता नहीं, ये हुआ क्या'..3 में से 2 राउंड जीतने के बावजूद मैरीकॉम को क्यों ओलंपिक से बाहर किया गया

स्पोर्ट्स
भाषा
Updated Jul 29, 2021 | 18:17 IST

MC Mary Kom on her loss against Ingrita Valencia in Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक में भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम अजीब परिस्थितियों में हारीं। अब सवाल उठने लगे हैं।

Mary Kom vs Ingrit Valencia, Tokyo Olympics Boxing
मैरीकॉम बनाम वेलेंसिया, टोक्यो ओलंपिक मुक्केबाजी  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • टोक्यो ओलंपिक से बाहर हुईं भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम
  • इनग्रिटा वेलेंसिया के खिलाफ फाइट में तीन में से दो राउंड जीतने के बावजूद मिली हार
  • मैरीकॉम ने मैच के बाद दिया बयान, फाइट को लेकर उठ रहे हैं कई सवाल

छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किग्रा) का दूसरा ओलंपिक पदक जीतने का सपना गुरुवार को यहां टोक्यो खेलों के प्री क्वार्टरफाइनल में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता इंग्रिट वालेंसिया से 2-3 से हारकर समाप्त हो गया। यह विडम्बना ही है कि वह तीन में से दो राउंड जीतने के बावजूद हार गयी। भारत की महान मुक्केबाज मैरीकॉम (MC Mary Kom) के साथ अपने अंतिम ओलंपिक मुकाबले में ऐसा ही हुआ।

मुकाबले के बाद 38 वर्षीय मैरीकॉम ने कहा, ‘‘नहीं पता कि क्या हुआ, पहले दौर में मुझे लगा कि हम दोनों एक दूसरे की रणनीति को भांपने की कोशिश कर रहे थे और इसके बाद मैंने दोनों राउंड जीते।’’ भारतीय मुक्केबाज पहले राउंड में 1-4 से पिछड़ गयीं जिसमें पांच में से चार जज ने 10-9 के स्कोर से वालेंसिया के पक्ष में फैसला किया।

अगले दो राउंड में पांच में से तीन जजों ने मैरीकॉम के पक्ष में फैसला किया लेकिन कुल स्कोर फिर भी वालेंसिया के हक में रहा। कई बार की एशियाई चैम्पियन और 2012 लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम ने इस चुनौतीपूर्ण मुकाबले में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया लेकिन वह आगे नहीं बढ़ सकी जो 38 वर्षीय महान मुक्केबाज का अंतिम ओलंपिक मुकाबला होगा।

जब रैफरी ने मुकाबले के अंत में वालेंसिया का हाथ ऊपर उठाया तो मैरीकॉम की आंखों में आंसू थे और चेहरे पर मुस्कान थी। जिस तरीके से वालेंसिया पहली घंटी बजने के बाद भागी थी, उससे लग रहा था कि यह मुकाबला कड़ा होने वाला है और ऐसा ही हुआ भी। शुरू से ही दोनों मुक्केबाज एक दूसरे पर मुक्के जड़ रही थीं लेकिन वालेंसिया अपनी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पिछली दो हार का बदला चुकता करने के लिये विश्वास से भरी दिख रही थीं।

मणिपुर की अनुभवी मुक्केबाज मैरीकॉम ने दूसरे और तीसरे राउंड में दाहिने ‘हुक’ का बखूबी इस्तेमाल करके शानदार वापसी की। उन्होंने चुनौतीपूर्ण मुकाबले के बावजूद खुद को अंत तक जिस तरीके से ऊर्जावान बनाये रखा उसके लिये उनकी दाद देनी होगी।

ट्रेनर ने भी उठाए सवाल

भारतीय मुक्केबाज के निजी ट्रेनर छोटे लाल यादव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘पता नहीं यह स्कोरिंग प्रणाली कैसी है, मुझे यह समझ नहीं आती। वह पहले राउंउ में 1-4 से पीछे कैसे हो सकती है जब दोनों में कुछ भी चीज अलग नहीं थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है लेकिन मुझे लगता है कि यही भाग्य है।’’

मैरीकॉम 2019 विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टरफाइनल में पहले वालेंसिया को हरा चुकी हैं। कोलंबियाई मुक्केबाज की यह मैरीकॉम पर पहली जीत है। मैरीकॉम की तरह 32 साल की वालेंसिया भी अपने देश के लिये काफी अहम खिलाड़ी हैं। वह पहली महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने ओलंपिक खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया और वह पहली महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने देश के लिये ओलंपिक पदक जीता।

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