नई दिल्ली: अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद नस्लभेद और रंगभेद के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन पूरी दुनिया में फैल चुका है। अमेरिकी में आंदोलन की आंच इतनी ज्यादा फैल गई कि सरकार को उसे रोकने के लिए राजधानी वाशिंगटन डीसी सहित कई बड़े शहरों और राज्यों में कर्फ्यू लगाना पड़ा। इसके बाद पूरी दुनिया में ब्लैक लाइव्स मैटर(बीएलएम) आंदोलन के समर्थन में रैलियां करने लगे।
ऐसे में अब कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच खेलों की वापसी हो रही है और वहां भी खिलाड़ी अपने अपने तरीके से बीएलएम आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं। बुधवार को शुरू हुए प्रीमियर लीग में भी खिलाड़ियों ने अपने घुटने के बल बैठकर बीएमएल आंदोलन का समर्थन किया। शेफील्ड यूनाईटेड और एश्टन विला के बीच खेले जाने वाले मैच से ठीक पहले खिलाड़ियों, मैच ऑफीशियल्स और सपोर्ट स्टाफ के लोगों ने घुटने के बल बैठकर आंदोलन का समर्थन किया।
जैसे ही मैच रेफरी ने सीटी बजाई मैदान में मौजूद हर शख्स 10 सेकेंड के लिए घुटने के बल बैठ गया और इसके बाद खेल शुरू हुआ। इसी तरह के दृश्य आर्सेलन और मैनचेस्टर यूनाईटेड के बीच खेले गए मुकाबले में भी देखने को मिले। प्रीमियर लीग की सभी टीमों ने शुरुआती 12 मैचों में खिलाड़ियों के नाम की जगह ब्लैक लाइव्स मैटर स्लोगन लिखकर खेलने का फैसला किया है। इसके अलावा खिलाड़ियों ने मैच ट्रेनिंग के दौरान पहनने वाली किट पर भी इस स्लोगन को प्रमोट करने का फैसला किया है।