सिंगापुर: भारतीय पहलवान और मार्शल आर्ट फाइटर रितु फोगाट ने लगातार चौथा एमएमए चैम्पियनशिप खिताब जीत लिया। भारत की इस पहलवान ने फिलीपीन की जोमारी टोरेस को वन चैम्पियनशिप के पहले दौर में तकनीकी नॉकआउट में हराया।
जीत के बाद रितु फोगाट ने कहा, 'मैं लगातार अच्छे प्रदर्शन की कोशिश कर रही हूं। यह आसान मैच नहीं था, लेकिन भविष्य में चुनौतियां और भी कठिन होंगी। अब मेरा ध्यान वन महिला एटमवेट ग्रां प्री जीतने पर है और मैं मेहनत कर रही हूं।' बता दें कि फोगाट की तुलना में टोरेस के खाते में ज्यादा फाइट दर्ज थी। उसने 8 फाइट कर रखी थीं जबकि फोगाट ने तीन फाइट की थीं। रितु फोगाट ने अपने रेसलिंग करियर में तीन भारतीय नेशनल चैंपियनशिप्स और 2016 में कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप्स में गोल्ड मेडल जीता था।
याद हो कि रितु फोगाट ने सिंगापुर में अपना लगातार तीसरा एमएमए चैंपियनशिप खिताब जीता था। उन्होंने तकनीकी नॉकआउट के आधार पर कंबोडिया की नाउ स्रे पोव को दूसरे दौर में ही शिकस्त दे डाली थी। रितु ने एमएमए चैंपियनशिप में अपना रिकॉर्ड 3-0 से बेहतर किया था जबकि नाउ स्रे पोव का स्कोर 1-2 हो गया था। रेफरी ने तीन राउंड के कॉन्टेस्ट में दूसरे राउंड में दो मिनट और दो सेकंड पर खेल रोक दिया था।
रितु फोगाट का जन्म 2 मई 1994 को हरियाणा के बलाली में हुआ। वो पूर्व पहलवान महावीर सिंह फोगाट की तीसरी बेटी हैं। रितु ने महज 8 साल की उम्र से रेसलिंग की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी। उन्होंने रेसलिंग में अपना करियर बनाने के लिए 10वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। ध्यान हो कि रितु फोगाट ने 2016 कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में 48 किग्रा वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था।