पेरिस: भारतीय खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और माटवे मिडलकूप की जोड़ी ने हार नहीं मानने का गजब का जज्जा दिखाते हुए शनिवार को यहां पांच मैच प्वाइंट बचाकर माटे पाविच और निकोल मेकटिच की मौजूदा विंबलडन चैंपियन जोड़ी को फ्रेंच ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम से बाहर कर दिया। पुरुष युगल के कांटे की टक्कर के तीसरे दौर मुकाबले में बोपन्ना की सर्विस हमेशा की तरह खतरनाक थी और उनकी वॉली भी तेज तर्रार थी जबकि नीदरलैंड के उनके जोड़ीदार ने दबाव में बेहद संयम दिखाया। बोपन्ना-मिडलकूप की जोड़ी ने दो घंटे 32 मिनट तक चले मुकाबले में पाविच और मेकटिच की जोड़ी को 6-7, 7-6, 7-6 से शिकस्त दी।
बोपन्ना इस तरह क्वार्टरफाइनल में पहुंचकर क्ले कोर्ट मेजर में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी करने में सफल रहे। वह पहले चार बार ऐसा कर चुके हैं। बोपन्ना ने इसके बाद स्लोवेनिया की आंद्रेजा क्लेपैक के साथ मिश्रित युगल स्पर्धा में अमेरिका के एशिया मुहम्मद और ब्रिटेन की लॉयड ग्लासपूल पर 6-1, 6-4 से आसान जीत के साथ शानदार शुरुआत की। महिला युगल में 10वीं वरीयता प्राप्त सानिया मिर्जा और उनकी चेक जोड़ीदार लूसी हरडेका ने काजा जुवान और तमारा जिदानसेक की स्लोवेनियाई टीम को 6-3, 6-4 से हराकर तीसरे दौर में प्रवेश किया।
जुवान (एकल रैंकिंग 68) और जिदानसेक (एकल रैंकिंग 25) शानदार एकल खिलाड़ी हैं, लेकिन एक टीम के रूप में उनमें सामंजस्य की कमी दिखी, जबकि मिर्जा और हरडेका की जोड़ी के बीच शानदार सामंजस्य था। इससे पहले दिन के मुकाबले में पाविच-मेकटिच ने पहला सेट जीत लिया था जिसके बाद बोपन्ना-मिडलकूप की जोड़ी के दूसरे सेट में जीत से दोनों जोड़ियां बराबरी पर थीं। तीसरे सेट के शुरुआती गेम में ही पाविच-मेकटिच की जोड़ी को ब्रेक का मौका मिला जब मिडलकूप का फोरहैंड लंबा चला गया।
मिडलकूप ने पहली सर्विस शानदार की थी लेकिन मेकटिच ने मजबूत रिटर्न किया और उन्हें 2-0 से बढ़त बनाने में मुश्किल नहीं हुई। बोपन्ना ने अपनी सर्विस बरकरार रखी। पाविच ने भी अपनी सर्विस बचायी जिससे दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी अब 3-1 से आगे हो गयी। मिडलकूप की सर्विस पर बोपन्ना ने नेट के करीब बैकहैंड गलती कर दी और ब्रेकप्वाइंट तक पहुंचे, पर इसे और अगले को भी बचाने में सफल रहे। दसवें गेम में मेकटिच सर्विस करते हुए दबाव में दिख रहे थे। एक मैच प्वाइंट से पिछड़ रहे मिडलकूप ने विनर और फिर बोपन्ना ने फारहैंड पर शानदार विनर लगाकर 5-5 से बराबरी हासिल की।
इसके बाद लय बदल गयी। बोपन्ना ने अपना बेहतर खेल दिखाया और पाविच भी बड़ी सर्विस से सुपर टाइ-ब्रेक तक पहुंचे। दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी कई मैच प्वाइंट अपने नाम करते हुए 9-6 तक पहुंची लेकिन भारतीय-नीदरलैंड की जोड़ी ने वापसी के लिये गजब का जज्बा दिखाया और चार मैच प्वाइंट बचाकर सुपर टाई-ब्रेक तक पहुंच गये। प्रतिद्वंद्वी टीम के 10-10 पर गलती से उन्हें पहला मैच प्वाइंट मिला। पाविच ने मैच प्वाइंट पर अच्छी सर्विस की लेकिन मिडलकूप के ‘एंगल्ड’ रिटर्न के बाद बोपन्ना खुशी से चीख पड़े। मिडलकूप को भी भरोसा नहीं हुआ और वह मैदान पर गिर पड़े।