नई दिल्ली: देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने बुधवार को 3 अरब डॉलर (21,300 करोड़ रुपये) के शेयर और बॉन्ड्स को बिक्री के लिए पेश किया है। टेलीकॉम कंपनी को 23 जनवरी तक 35,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का एजीआर बकाया चुकाना है। सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया भुगतान की आखिरी तारीख को 23 जनवरी रखा है।
बुधवार को स्टॉक एक्सचेंज को दिए गए एक बयान में बुधवार को बताया, भारती एयरटेल ने संस्थागत निवेशकों के सामने 2 अरब डॉलर के शेयर बिक्री के लिए पेश किए हैं और 1 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड के जरिए जुटाएगी, जिसमें 25 करोड़ डॉलर का अपसाइज विकल्प भी शामिल है।
एयरटेल ने शेयर की पेशकश डिस्काउंट पर की है। बुधवार को बाजार बंद होने के वक्त कंपनी का शेयर 458.95 रुपये पर रहा, जबकि कंपनी ने 435 रुपये की कीमत पर शेयर बिक्री के लिए पेश किए हैं। कंपनी अपने लॉन्ग टर्म रिसोर्स को बेहतर करने और बैलेंस शीट को शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कर्ज के रिपेमेंट या सर्विसिंग मजबूत करना चाहती है।
गौरतलब है कि भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को बड़ी 83,000 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करना है। सुप्रीम कोर्ट ने दूरसंचार विभाग के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कंपनी को 24 जनवरी तक का समय दिया है। इसमें एयरटेल को 43 हजार करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया को 40 हजार करोड़ रुपये का भुगतान करना है।
कोटक ने एक नोट में कहा है कि 435 रुपये प्रति शेयर के भाव से 14,400 करोड़ रुपये की क्यूआईपी के कारण पूर्ण सदस्यता पर 6.45% की इक्विटी कमजोर पड़ती है। फिलहाल सिंगटेल सीधे और भारती टेलीकॉम के जरिे एयरटेल में 35 फीसदी हिस्सेदारी रखती है, जबकि मित्तल परिवार के पास इसकी 27 फीसदी शेयरहोल्डिंग है। गौरतलब है कि पिछले साल मई में भारतीय एयरटेल ने शेयर होल्डर्स से 220 रुपये के भाव पर राइट्स इश्यू के जरिए रकम जुटाई थी, बुधवार को कंपनी का शेयर 459 रुपये पर बंद हुआ। यानी राइट्स इश्यू से कल तक की तारीख में शेयर ने 100 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है।