व्हाट्सएप ने 16 जून से 31 जुलाई 2021 तक 46 दिनों की अवधि में मैसेजिंग सेवा पर 30 लाख से अधिक भारतीय खातों पर प्रतिबंध लगा दिया, फर्म ने नए सूचना प्रौद्योगिकी नियम, 2021 के तहत अपनी दूसरी अनुपालन रिपोर्ट में कहा। मैसेजिंग क्षेत्र में दिग्गज व्हाट्सएप ने रिपोर्ट में कहा कि उसे खाता समर्थन के लिए 137 रिपोर्ट मिलीं, जिनमें से एक पर कार्रवाई की गई, और खातों पर प्रतिबंध लगाने के लिए 316 से अधिक आग्रह किए गए जिनमें से 73 पर कार्रवाई की गई। रिपोर्ट की गई अवधि में इसने कुल 3,027,000 खातों पर प्रतिबंध लगा दिया।
आपत्तिजनक कंटेट मामले में एक्शन
व्हाट्सएप द्वारा इन खातों पर बैन लगाने के पीछे नुकसानदेह कंटेंट शेयर करना बताया है। बैन किए गए खाते स्पैम फैलाते थे। इसके साथ ही उन खातों पर भी कार्रवाई की गई है जिसे लेकर शिकायत की गई थी। कुछ खातों को आपत्तिजनक संदेश की वजह से बैन किया गया।
वैसे तो व्हाट्सएप की पहले से ही प्राइवेसी पॉलिसी हैं। लेकिन आईटी नियम के सख्त होने के बाद कार्रवाई की रफ्तार में भी बढ़ोतरी हुई है। अगर कोई शख्स दूसरे यूजर्स को स्पैम मैसेज भेजते हैं तो अकाउंट पर प्रतिबंध लग सकता है। इसके साथ ही अगर हिंसा भड़काने वाले या संदेशों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाने का प्रावधान है।
खाते को रखना है सुरक्षित तो आपत्तिजनक कंटेंट से बचें
अगर कोई शख्स इस प्लेटफॉर्म पर किसी को डराने या धमकाने का काम करता है तो भी खाते पर बैन लगाया जा सकता है। अपने खाते को सेफ रखने के लिए या बैन से बचाने के लिए यह सुनिश्चित करें कि आप किसी तरह के भड़काऊं संदेशों को स्थान ना दें। किसी भी यूजर को गैर जरूरी मैसेज न भेंजे।