पॉपुलर सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक ने ऑग्मेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियालिटी(AR-VR) टीम का नाम बदलकर फेसबुक रियलिटी लैब्स कर दिया है। बता दें कि AR/VR एक डिविजन है, जिसके आधार पर कंपनी काम करती है। लेकिन कंपनी ऐलान किया है कि अब इसे नया नाम दिया जा रहा है। इसे FRL के नाम से भी जाना जाएगा। वहीं पहले इसे Oculas के तहत ही डेवलप किया जाता था।
कंपनी अगले-जेन के कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म का निर्माण शुरू कर रही है ताकी लंबे अनुभव दे सकें। वहीं FRL के तहत ही अब Oculas के प्रोडक्ट्स भी लॉन्च किए जाएंगे। इसी के साथ फेसबुक अपने सालाना Oculus Connect इवेंट की तारीख का भी ऐलान कर दिया है। अब इसे Oculus Connect को Facebook Connect के नाम से आयोजित किया जाएगा।
फेसबुक कनेक्ट इवेंट
कंपनी ने मंगलवार को अपने वार्षिक सम्मेलन 'फेसबुक कनेक्ट' को लगभग 16 सितंबर को आयोजित करने की घोषणा की है। इसके साथ ही फेसबुक ने बताया कि इसमें सभी को भाग लेने के लिए स्वतंत्र है। ये इवेंट पूरी तरह से वर्चुअल है, और इसमें कोई भी फ्री में पार्ट ले सकता हैं।
AR/VR फेसबुक के काम Oculus हेडसेट जैसी कई सफल तकनीकों को फैलाता है, जो लोगों को अत्याधुनिक वीआर हार्डवेयर के साथ दूरी बनाए रखने में मदद करते हैं। जबकि पोर्टल दोस्तों और परिवारों को जुड़े रहने और उन पलों को सार्थक तारीकों से शेयर करने में मदद करता है। Facebook ने Oculus को 2014 में $ 2 बिलियन में खरीदा था। फेसबुक ने Oculus के तहत वर्चुअल रियलिटी हेडसेट्स भी लॉन्च किए हैं। लेकिन कंपनी अब ऑग्मेंटेड रियलिटी ग्लास भी बना रही है। इसके अलावा कंपनी फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे मुख्य ऐप्स के साथ भी ऑग्मेंटेड रियलिटी फीचर्स की टेस्टिंग कर रही है।
वहीं फेसबुक ने बताया कि फेसबुक रियलिटी लैब्स हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सहित पूरे स्टैक का निर्माण कर रहा है, इसलिए प्राइवेसी शुरू से ही इसकी डिजाइन प्रक्रिया में फॉर्मेट है। फेसबुक कनेक्ट के जरिए दर्शक AR/VR में लेटेस्टे इनोवेशन के बारे में सुनने और इमर्सिव डेवलेपर सेशन में शामिल होने के लिए नेताओं और उद्योग के दूरदर्शी लोगों से keynotes का अनुभव कर सकते हैं।