PSLV-C53 mission: भारत का पोलार सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-सी53 (PSLV-C53) सिंगापुर के तीन उपग्रहों के साथ गुरुवार शाम आंध्र प्रदेश के रॉकेट पोर्ट से शाम 6:02 बजे रवाना हुआ।
PSLV रॉकेट, अपने प्राइमरी-पैसेंजर के रूप में 365 किग्रा डीएस-ईओ और 155 किग्रा न्यूसार और नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (एनटीयू), सिंगापुर के 2.8 किग्रा स्कूब-1 को अपने साथ ले जा रहा है।
बताया जा रहा है कि ये दिन और रात में किसी भी मौसम में तस्वीरें लेने में सक्षम है। सरल शब्दों में कहें तो डीएस-ईओ सैटेलाइट 365 किलोग्राम का है, जबकि न्यूसार सैटेलाइट 155 किलोग्राम का है। तीसरे सैटेलाइट का नाम है स्कूब-1 है और करीब 2.8 किलोग्राम वजनी इस सैटेलाइट को सिंगापुर की नैनयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने बनाया है।
इसरो ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लॉन्च पैड से पीएसएलवी-सी53 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस मिशन का काउंटडाउन (उल्टी गिनती) 24 घंटे पहले बुधवार की शाम से शुरू हो गया था।
बता दें कि यह न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड का दूसरा वाणिज्यिक लॉन्च है। इससे पहले 14 फरवरी 2022 को इसरो ने श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी-सी52 लॉन्च किया था।
यदि अंत तक प्रक्षेपण सफल रहता है, तो पीएसएलवी रॉकेट से 1999 से 36 देशों के 345 विदेशी उपग्रहों को लॉन्च करने का कीर्तिमान स्थापित हो जाएगा।