हमारे आउटर स्पेस में रहस्यमयी चीजें घटित होती रहती हैं , जिनके बारे में खास जानकारी नहीं है। अगर देखा जाए तो हम अपनी धरती के बारे में ही पूरी तरह अंजान हैं। इस तरह की परेशानियों के बीच भी वैज्ञानिक बाहरी अंतरिक्ष के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश करते हैं। इसी क्रम में नासा के जूनो मिशन ने जुलाई 2016 में बृहस्पति की परिक्रमा शुरू की थी। जूनो ने बृहस्पति ग्रह के करीब से 38वीं उड़ान भरी है। इस मिशन की खासियत यह थी कि जून के महीने में बृहस्पति के चंद्रमा गैनीमेड की करीब से उड़ान शामिल थी साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में जूनो के प्रमुख खोजकर्ता स्कॉट बोल्टन ने कहा कि जूनो की इन फ्लाईबाई से आंकड़े हासिल किए।
गैनीमेड के करीब रहस्यमयी आवाजें हुईं कैद
बोल्टन ने 50 सेकंड की एक रहस्यमय ध्वनि का खुलासा किया। चंद्रमा की ऑडियो क्लिप विद्युत और चुंबकीय रेडियो तरंगों ने पैदा की थी। वो बताते हैं कि तरंगों का उत्पादन ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र से हुआ था और जूनो ने इन्हें रेकॉर्ड किया था । बोल्टन के मुताबिक यह साउंडट्रैक इस तरह का था जैसा लगा कि जूनो के साथ सवारी की जा रही हो। वो कहते हैं कि अगर आप बारीकी से सुने तो आप रिकॉर्डिंग के मध्य बिंदु के आसपास उच्च आवृत्तियों में अचानक परिवर्तन सुन सकते हैं।
फ्लाईबाई डेटा का विश्लेषण
जूनो टीम गैनीमेड फ्लाईबाई के डेटा का विश्लेषण कर रही है। जिस समय जूनो गैनीमेड चंद्रमा के करीब से गुजरा उस समय उसकी सतह से करीब 645 मील दूरी थी और 67,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चक्कर लगा रहा था। इसके साथ ही मिशन ने आश्चर्यजनक नई तस्वीरें भी साझा कीं जो बृहस्पति के घूमने वाले वातावरण के कलात्मक दृश्यों से मिलती जुलती हैं।