नई दिल्ली : खगोलीय घटना में आज (मंगलवार, 13 अक्टूबर) का दिन खास होने जा रहा है, जब पृथ्वी और सूर्य के साथ लाल ग्रह भी एक सीध में होगा। सौरमंडल में यह खगोलीय घटना लंबे समय के बाद होने जा रही है, जिस दौरान मंगल ग्रह, पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा। यह धरती के इतना करीब होगा कि इसे नंगी आंखों से भी देखा जा सकेगा। साथ ही टेलीस्कोप के जरिये इसे और अच्छी तरह से देखा जा सकेगा।
नासा के अनुसार, यह अद्भुत खगोलीय घटना मंगलवार शाम को होगी, जब सूर्य अस्त हो रहा होगा। सूर्य जब पश्चिम दिशा में अस्त हो रहा होगा, ठीक उसी समय पूर्व दिशा में मंगल ग्रह आसमान में लालिमा आसमान में आभा बिखेर रही होगी। लाल ग्रह ठीक उसी तरह पूरब दिशा में उदित होगा, जैसे कि सूर्योदय होता है। बाद में यह उसी तरह आसमान से गुजरते हुए पश्चिम दिशा में डूब जाएगा जैसे कि सूर्य अस्त होता है।
विज्ञान की भाषा में इस स्थिति को 'मार्स एट अपोजिशन (Mars at Opposition)' कहा जाता है। इस तरह की घटना आम तौर पर 15 या 17 वर्षों बाद होती है और इस लिहाज अब दोबारा ऐसा 2035 के बाद ही बनने के संयोग हैं। इस दौरान पृथ्वी और मंगल ग्रह के बीच दूरी बहुत कम होती है और इसलिए लाल ग्रह को धरती से आसानी से नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, यह आसमान में मंगल ग्रह की गतिविधियों को देखने का बिल्कुल सही समय है। इस खगोलीय घटना को शाम होने के बाद से ही देखा जा सकेगा। इसके लिए देर रात तक इंतजार करने की आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि रात 9 या 10 बजे भी आकाश में इसे अच्छी तरह से देखा जा सकेगा। रात में यह अधिकतर समय नंगी आंखों से भी देखा जा सकेगा। आसमान में यह नारंगी रंग के किसी चमकदार तारे की तरह नजर आएगा।
इससे पहले 6 अक्टूबर को मंगल ग्रह पृथ्वी के बेहद करीब था, जब उसे नंगी आंखों से देखा जा सकता था। इस दौरान पृथ्वी व मंगल ग्रह के बीच दूरी तकरीबन 38.6 मिलियन मील रही। विज्ञान में इस खगोलीय घटना को 'मार्स क्लोज एप्रोच' कहते हैं। इस तरह की खगोलीय घटना 26 महीनों में एक बार होती है। मंगल और पृथ्वी के करीब आने का संयोग अब दिसंबर 2022 में बन रहा है। इससे पहले ऐसा 31 जुलाई, 2018 को हुआ था।