टेलीकॉम कंपनी एयरटेल और वोडाफोन आइडिया अपने टैरिफ प्लान में बढ़ोतरी के लिए विचार कर रहे हैं। एक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी सितंबर से ही ऐसा करने के लिए सोच रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार दोनों दूरसंचार ऑपरेटर चुनिंदा डेटा और कॉलिंग प्लान की कीमतों में 10 प्रतिशत तक की वृद्धि करने का विचार कर रहे हैं, और सितंबर या अक्टूबर 2020 तक इसे लागू किया जा सकता है।
इस मामले में एक लंबी लड़ाई के बाद टैरिफ में बढ़ोतरी, बड़े पैमाने पर समायोजित सकल राजस्व (AGR) देयताओं का परिणाम हो सकती है, जो भारत सरकार ने भारत में टेलीकॉम पर लगाई है। एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया पहले ही रिचार्ज प्लान की कीमत में बढ़ोतरी कर चुके हैं, जिसके बाद एजीआर के बकाया की प्रारंभिक अदालत ने फैसला सुनाया था। बता दें कि भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया जैसी अन्य कंपनियों को सुप्रीम कोर्ट ने बकाया रकम का भुगतान करने के निर्देश दिया है।
साल 2019 में, भारत के सभी दूरसंचार ऑपरेटरों ने विभिन्न योजनाओं में 10 से 40 प्रतिशत के बीच मूल्य वृद्धि की घोषणा की थी। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों ऑपरेटरों का मानना है कि रिवेन्यू फ्लो को मेनटेन रखने के लिए टैरिफ वृद्धि अनिवार्य और आवश्यक होगी। हालांकि वोडाफोन, आइडिया के प्रवक्ता ने इसे अफवाह और निराधार बताया है और वहीं भारती एयरटेल ने इसे मामले पर कमेंट करने से इंकार कर दिया है।
टेलीकॉम सेक्टर में सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी बाजारों में से एक है भारत। यहां डेटा की औसत लागत लगभग 3 रुपये प्रति जीबी है। ज्यादातर प्लान प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों हैं, ऑपरेटरों द्वारा की पेशकश में अनलिमिटेड कॉलिंग के साथ-साथ नेशनल रोमिंग भी शामिल है। इन प्लान्स के साथ कई तरह के कंटेंट सब्सक्रिप्शन प्लान की भी पेशकश की जाती है।